अपराधियों तो खुलेआम चुनौती देने वाली यूपी पुलिस अब आम लोगों को भी सताने लगी है। महोबा से एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जिसमें चोरी के आरोप में एक युवक की हिरासत में लेकर जमकर पिटाई की गई। युवक की हालत गंभीर हुई तो पुलिस ने उसे अस्पताल में दाखिल करा दिया।
परिवार पर हुआ जुल्म किस कदर भयावह हो सकता है। ये चीज युवक के पिता की सूरत देखकर समझी जा सकती है। महोबा के श्रीनगर थाना क्षेत्र के ग्राम पवा में रहने वाले नत्थू अपने बेटे भारत राजपूत के बारे में बताने की कोशिश करते हैं। लेकिन दर्द के बोझ के तले मानो उनकी आवाज़ दब सी जाती है और बमुश्किल ही वो कुछ बोल पाते हैं। उनका कहना है कि भारत से पुलिस अब मिलने भी नहीं दे रही है। गांव में आक्रोश है।
दरअसल कुछ दिन पहले पंचायत घर सहित 10 जगहों पर चोरी के मामले सामने आए थे। इसमें पुलिस शक के आधार पर भारत राजपूत को पकड़कर थाने ले गई थी। आरोप है कि पुलिस ने चोरी के बारे में पूछताछ के लिए युवक को थर्ड डिग्री टॉर्चर किया। उसे बड़ी ही बेरहमी से मारा पीटा गया। हालत बिगड़ने पर उसे अस्पताल में दाखिल करा दिया गया। युवक के भाई श्रवण का कहना है कि उन लोगों ने कई दफा भारत से मिलने की कोशिश की। लेकिन उससे मिलने नहीं दिया गया।
महोबा की एसपी सुधा सिंह का कहना है कि गांव में चोरी की वारदात हुई थी। 1 अप्रैल को इस सिलसिले में केस दर्ज किया गया था। उनका कहना था कि आरोपी भारत का नाम गांव वालों ने लिया था। पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। सूचना मिली को उसे अरेस्ट करने के लिए पुलिस टीम गई। एसपी का कहना है कि पुलिस टीम को देखकर भारत भागने लगा और डिवाइडर से टकराकर जख्मी हो गया। पुलिस ने उसे अस्पताल में दाखिल कराया। हालत ठीक नहीं थी तो उसे कानपुर रेफर कर दिया गया। अभी वो वहां के अस्पताल में दाखिल है।
सोशल मीडिया पर लोगों ने पुलिस के प्रति गुस्सा साफ दिखा। अखिलेश शुक्ला ने लिखा कि योगी जी पुलिस वालो को इतना बढ़ावा भी न दो तो किसी की जान चली जाए। एक यूजर का कहना था कि यदि यह चोर है तो ठीक है यदि चोर नहीं है तो गलत है। एक ने लिखा कि भाई ये क्या चल रहा है। डिवाइडर से टकराते हैं तो ऐसा होता है। एक ने कहा कि निलंबन ही बता रहा है कि क्या हुआ है। ऐसे लोगों पर शर्म आने लगी है। उसका फैसला वही अंग्रेजी शासन के लोग ही करेंगे।