कानपुर के शारदानगर इलाके में मंगलवार को आईआईटी के पूर्व प्रोफेसर और उनकी पत्नी अपने फ्लैट के कमरे में बेहोशी की हालत में मिले। प्रोफेसर और उनकी पत्नी ने खुद को चार महीने से कमरे में बंद कर लिया था। दंपति शारदा नगर में अपने ट्वीन टावर्स फ्लैट में काफी लंबे समय से अकेले रह रहे थे। मामले की जानकारी तब हुई, जब सोमवार उनके पड़ोसियों ने संजीव दयाल और विद्या के दो कमरे वाले अपार्टमेंट से बदबू महसूस की। इसके बाद उन्होंने पुलिस को सूचित किया। पुलिस जब दरवाजा तोड़कर कमरे के अंदर दाखिल हुई तो उनके होश उड़ गए। अंदर का सारा सामान बिखड़ा हुआ था। फर्श पर मलबा पड़ा हुआ था और प्रोफेसर और उनकी पत्नी बेहोशी की हालत में थे।
संजीव दयाल (50) ने पूरे कपड़े पहने हुए थे, उनकी दाढ़ी काफी बढ़ी हुई थी, उनको देखकर ऐसा लग रहा था कि उन्होंने पिछले कई महीनों से शेविंग नहीं की थी। उनकी पत्नी विद्या दूसरे कमरे में बेड के नीचे नग्न अवस्था में फर्श पर पड़ी हुई थीं। दंपती ने शौचालय के दरवाजे को कीलें लगाकर बंद कर दिया था। हिंदुस्तान टाइम्स के रिपोर्ट के मुताबिक, एलएलआर अस्पताल के डॉक्टर ने बताया कि दयाल और उनकी पत्नी को गंभीर हालत में भर्ती कराया गया था। उनके दिल की धड़कन और नाड़ी अनियमित हैं।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, चिकित्सा अधिकारी डॉ जेएस कुशवाहा ने कहा कि ऐसा लगता है दोनों ने पिछले कुछ दिनों से कुछ भी नहीं खाया है। कल्याणपुर पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही थी कि क्या दंपति अवसाद से पीड़ित है या वे कोई अन्य मानसिक परेशानी का शिकार थे।
पुलिस फिलहाल मामले की तह तक जाने के लिए दंपत्ति के फ्लैट के दोनों कमरों में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज का सहारा ले रही है। दूसरी ओर प्रोफेसर के पड़ोसियों से जानकारी जुटाने में पुलिस नाकाम रही। पड़ोसियों ने बताया कि उनकी दयाल से कभी कोई बातचीत नहीं हुई है। मिली जानकारी के मुताबिक, दयाल और विद्या ने पिछले कुछ महीनों में चार बार इलेक्ट्रीशियर बुलाया, लेकिन उसके आने पर उन्होंने दरवाजा नहीं खोला।
पुलिस ने बताया कि आईआईटी-कानपुर में सर्विस के बाद संजीव ने इंजीनियरिंग छात्रों के लिए कोचिंग क्लास शुरू की थी। विद्या सीएसए विश्वविद्यालय में कॉन्ट्रेक्ट पर पढ़ाती थी और उनके कोई बच्चा नहीं था।