उत्तर प्रदेश के MLC चुनाव में मिर्जापुर और हरदोई में सपा ने खुद ही बीजेपी की जीत का रास्ता साफ कर दिया है। बुधवार को मिर्जापुर से सपा के एमएलसी प्रत्याशी रमेश यादव ने अपना पर्चा वापस ले लिया। अब बीजेपी प्रत्याशी विनीत सिंह का निर्विरोध जीतना तय माना जा रहा है। हरदोई जिले में बीजेपी प्रत्याशी अशोक अग्रवाल का निर्विरोध निर्वाचन तय हो गया है, क्योंकि आज सपा के अधिकृत प्रत्याशी रजीउद्दीन ने नामांकन वापसी के दिन अपना नामांकन पत्र वापस ले लिया है।
इनके अलावा भी कई सीटें ऐसी हैं जहां पर बीजेपी की जीत तय मानी जा रही है। मथुरा, एटा, बुलंदशहर, अलीगढ़ में सपा प्रत्याशियों का नामाकन ही अवैध घोषित कर दिया गया। मथुरा, एटा सीट पर सपा उम्मीदवारों के नामांकन रद्द हो गए जबकि बुलंदशहर में सपा-रालोद प्रत्याशी ने अपना पर्चा ही वापस ले लिया। लखीमपुर में सपा उम्मीदवार अनुराग पटेल के तीनों पर्चों को प्रशासन ने खारिज कर दिया। उनके मामले में प्रशासन का कहना है कि उनका हलफनामा तैयार करने वाले वकील का नोटरी रजिस्ट्रेशन ही अवैध होने के चलते नामांकन रद हुआ है।
एटा-मथुरा-मैनपुरी की सीट पर सपा के प्रत्याशी उदयवीर सिंह धाकरे का नामांकन रद हो गया। सोमवार को जब वो नामांकन का दूसरा सेट दाखिल करने गए तो कुछ लोगों ने उनके हाथ से पर्चा ही छीन लिया। उदयवीर सिंह का आरोप है कि हमलावरों ने उनका पर्चा फाड़ने के साथ मारपीट भी की। उधर, अलीगढ़ में भी सपा प्रत्याशी जसवंत सिंह यादव का नामांकन रद हो गया। बदायूं में सपा के सिनोद कुमार शाक्य ने अपना नामांकन वापस ले लिया। यहां बीजेपी के बागीश पाठक निर्विरोध चुने गए हैं।
गौरतलब है कि विधान परिषद की 36 रिक्त सीटों के लिए हो रहे चुनाव में पहले चरण की 30 सीटों पर दाखिल हुए 139 नामांकन पत्रों में से मंगलवार को हुई जांच में 34 नामांकन निरस्त कर दिए गए। अब कुल 105 उम्मीदवार मैदान में बचे हैं। गुरुवार 24 मार्च नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख है। उस समय तक कुछ और ड्रामा भी हो सकता है।