उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत के साथ सत्ता में वापसी करने के बाद भाजपा का ध्यान अब विधान परिषद चुनाव पर है। पार्टी ने 36 सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। सहयोगी दलों को एक भी टिकट नहीं दिया गया है। विधानसभा चुनाव में पार्टी ने काफी संतुलित जातीय समीकरण साधा था और वह फिर इसी राह पर आगे बढ़ रही है। वहीं समाजवादी पार्टी 34 और गठबंधन सहयोगी आरएलडी दो सीटों पर चुनाव लड़ेगी। कांग्रेस और बसपा ने अपना उम्मीदवार नहीं उतारा है।
दूसरी पार्टी से भाजपा में आए 11 उम्मीदवारों को टिकट- पार्टी के साथ अपना दल (एस) और निषाद पार्टी का गठबंधन हैं। दोनों ने विधानसभा चुनाव में अपना दल (एस) को 17 में 12 और निषाद पार्टी को 16 में से 11 सीटों पर जीत मिली। इसके बाद उन्हें एमएलसी चुनाव में कोई टिकट नहीं मिला है। जबकि 11 ऐसे उम्मीदवारों को टिकट दिया गया है जो दूसरी पार्टी से भाजपा में आए हैं। वहीं 25 सीटों पर संगठन के कार्यकर्ताओं को मौका दिया गया है।
सबसे ज्यादा क्षत्रिय उम्मीदवार- भाजपा ने एमएलसी चुनाव के लिए सबसे ज्यादा क्षत्रिय वर्ग उम्मीदवारों को टिकट दिया है। इस वर्ग के 16 लोगों को टिकट मिला है। इसके अलावा पिछड़े वर्ग से 11 उम्मीदवारों को टिकट दिया गया है। ब्राह्मण से पांच, वैश्य से तीन और कायस्थ समाज के एक उम्मीदवार को पार्टी ने टिकट दिया है।
सपा ने फिर जताया MY समीकरण पर भरोसा- विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने यादव और मुस्लिम बहुल सीटों पर सबसे अच्छा प्रदर्शन किया। इसी के मद्देनजर पार्टी ने एक बार फिर विधान परिषद चुनाव में MY समीकरण यानी मुस्लिम-यादव गठजोड़ पर भरोसा जताया है। पार्टी ने 34 सीटों में 21 पर यादव और चार पर मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट दिया है। इसके अलावा चार पर ब्राह्मण उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है। इसके अलावा शाक्य, कुर्मी, क्षत्रिय, जाट व प्रजापति वर्ग के एक-एक उम्मीदवारों को टिकट दिया है। दो सीटों पर गठबंधन सहयोगी रालोद चुनाव लड़ेगी।
कांग्रेस और बसपा चुनाव से बाहर- विधानसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन करने वाली कांग्रेस और बसपा इस चुनाव से बाहर हैं। दोनों पार्टियों ने एक भी उम्मीदवार खड़ा नहीं किया है। इससे लड़ाई भाजपा और सपा में हो गई है। चुनाव दो चरणों में होंगे। पहले चरण में 30 सीटों के लिए नामांकन 15 से 19 मार्च तक हुआ। इस चरण के नामांकन पत्रों की जांच 21 मार्च को हुई और उम्मीदवारों को 23 मार्च तक नामांकन वापस लेने की अनुमति होगी। दूसरे चरण में छह सीटों पर चुनाव होंगे, जिनके नामांकन 22 मार्च तक होंगे। नामांकन पत्रों की जांच 23 मार्च तक होगी और 25 मार्च तक नाम वापस लिए जा सकते हैं। नौ अप्रैल को मतदान होगा और मतगणना 12 अप्रैल को होना है।