उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के चौथे चरण में राजधानी लखनऊ समेत 9 जिलों में बुधवार को मतदान हुआ। इस दौरान राजधानी में खासी गहमा-गहमी देखने को मिली। राज्य के आला अधिकारियों से लेकर यूपी सरकार के मंत्रियों ने मतदान किया। यूपी सरकार में मंत्री स्वाति सिंह (Swati Singh) ने भी मतदान किया। मतदान कर बाहर आने के बाद जब उनके पति दयाशंकर सिंह के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने इस पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।

एबीपी न्यूज से बात करते हुए स्वाति सिंह ने कहा कि जिस तरह से कानून-व्यवस्था दुरुस्त हुई है, किसी तरह के दंगे नहीं हुए तो इसका रिजल्ट जरूर दिखाई देगा। जब स्वाति सिंह से पूछा गया कि दयाशंकर सिंह दिखाई नहीं दिए, इस पर स्वाति सिंह ने कहा, “उनका वोटर आईडी है ही नहीं तो यहां पर वे क्यों आएंगे?” क्या वह लखनऊ में वोट नहीं डालते, इस सवाल पर स्वाति सिंह ने दो टूक जवाब दिया कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है।

अखिलेश यादव ने कहा था कि तीसरे चरण के बाद भाजपा के बूथ में भूत लोटेंगे। इस पर स्वाति सिंह ने जवाब देते हुए कहा, “10 मार्च को देखिएगा कि भूत किसके ऊपर लोट रहा है और सांप किसके ऊपर लोट रहे हैं।” स्वाति सिंह ने कहा कि सरकार ने महिला सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए काम किया है और उसके नतीजे भी दिखाई देंगे।

एक अन्य सवाल के जवाब में स्वाति सिंह ने कहा कि वे भाजपा की कार्यकर्ता हैं और आजीवन भाजपा की कार्यकर्ता रहेंगी। बता दें कि भाजपा ने इस चुनाव में मौजूदा विधायक और मंत्री स्वाति सिंह को सरोजनी नगर से टिकट नहीं दिया है। स्वाति सिंह के पति दयाशंकर सिंह भी सरोजनी नगर सीट से दावेदारी ठोक रहे थे।

बलिया सदर से चुनाव लड़ रहे हैं दयाशंकर सिंह

हालांकि, पार्टी ने इन दोनों नेताओं को टिकट न देते हुए सरोजनी नगर सीट से ईडी के पूर्व ज्वाइंट डायरेक्टर राजेश्वर सिंह को उम्मीदवार बनाया है। राजेश्वर सिंह ईडी की सेवा से वीआरएस लेकर राजनीति में आए हैं और वे भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं, दयाशंकर सिंह को मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला की सीट बलिया सदर से टिकट दिया गया है, जबकि शुक्ला को बैरिया विधानसभा सीट से पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है।