उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में सत्ताधारी दल भारतीय जनता पार्टी बाहुबलियों के खिलाफ बुलडोजर चलाने की बात जोर-शोर से कर रही है। इस बीच, गाजीपुर प्रशासन ने माफिया और विधायक मुख्तार अंसारी के खिलाफ एक और बड़ी कार्रवाई की है। बुधवार को मुख्तार अंसारी और उनके परिजनो के अवैध निर्माणों को ध्वस्त कराने के साथ 2.15 करोड़ की संपत्ति को कुर्क करने की कार्रवाई की गई है।

महुआबाग स्थित विधायक मुख्तार अंसारी की पत्नी आफ्शां अंसारी के गजल होटल के पिछले हिस्से की भूमि को मुनादी के बीच कुर्क करने की कार्रवाई की गई। इस मामले में सदर सीओ ओजस्वी चावला ने कहा कि डीएम एमपी सिंह ने बताया कि इस भूमि का क्षेत्रफल 381 वर्ग मीटर है, जिसकी कीमत लगभग दो करोड़ 15 लाख रुपए है।

दूसरी तरफ, जौनपुर की मल्हनी सीट से जेडीयू के टिकट पर चुनाव लड़ रहे बाहुबली धनंजय सिंह का बड़ा बयान सामने आया है। धनंजय सिंह ने ‘यूपी तक’ से बात करते हुए कहा, “खतरा की बात नहीं है लेकिन लोग मेरी हत्या करना चाहते हैं।” धनंजय सिंह से पूछा गया था कि क्या मुख्तार अंसारी से धनंजय सिंह को खतरा है?

कहा जाता है कि एक तरफ मुख्तार हैं तो दूसरी तरफ धनंजय सिंह? इस पर जेडीयू उम्मीदवार ने कहा, “मेरी किसी से कोई व्यक्तिगत रंजिश नहीं है, राजनीतिक लड़ाई हो सकती है। इस बात को स्पष्ट कर देता हूं।”

आगे धनंजय सिंह ने कहा, “2002 में बसपा-भाजपा की सरकार का हम लोग विरोध किए थे। हम लोग निर्दलीय चुनकर आए थे और तब राजा भैया भी हमारे साथ थे। उस वक्त मायावती का एक बयान आया था कि वे निर्दलीय को मंत्री नहीं बनाएंगी और निर्दलीय विधायकों की कोई भागीदारी नहीं होगी, जिसका हम लोगों ने विरोध किया था।”

बाहुबली धनंजय सिंह ने कहा, “विरोध करते हुए हमने सरकार से समर्थन वापस ले लिया था। हम लोगों के समर्थन वापस लेने से दो दिन पहले ही हमारे ऊपर मुकदमे कायम कर दिए गए थे। इसके एक हफ्ते के भीतर हम लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया, रातों-रात लखनऊ से लेकर जौनपुर तक 10-10 केस दर्ज किए गए। अगर ऐसे ही केस दर्ज करके सरकारों द्वारा माफिया का लेबल लगाया जाता है तो ठीक है।”