उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तरकाशी के सिल्क्यारा सुरंग हादसे में बचाए गए राज्य के 8 मजदूरों से मुलाकात की और उनसे बातचीत की। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने उनका हालचाल जाना और उपहार देकर उनका सम्मान किया। ये मजदूर 33 अन्य मजदूरों के साथ 12 नवंबर से सिल्क्यारा सुरंग में फंसे थे। इनको 28 नवंबर को सुरक्षित बाहर निकाला गया।

सीएम ने मजदूरों के धैर्य को सराहा

इस मौके पर सीएम ने कहा कि प्रदेश सरकार हर मुश्किल समय में अपने लोगों के साथ खड़ी है और खड़ी रहेगी। इस दौरान उन्होंने सभी मजदूरों के साहस और धैर्य की सराहना भी की। योगी ने सभी मजदूरों को उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया और उन्हें मिठाई तथा उपहार भी प्रदान किए।

छह श्रावस्ती, एक लखीमपुर खीरी और एक मिर्जापुर के थे मजदूर

उत्तरकाशी में सुरंग दुर्घटना में अंदर फंस गए 41 मजदूरों में से आठ उत्तर प्रदेश के थे। सुरंग में पूरे 16 दिन बिताने के बाद 17वें दिन सभी 41 मजदूरों को बाहर निकाला जा सका। उत्तर प्रदेश के आठ मजदूरों में से श्रावस्ती से छह (अंकित, राम मिलन, सत्यदेव, संतोष, जयप्रकाश और राम सुंदर), लखीमपुर खीरी से एक (मंजीत) और मिर्जापुर से एक (अखिलेश कुमार) शामिल थे।

मुलाकात के दौरान एक मजदूरों ने बताया ‘‘ जब हादसा हुआ तो हमें लगा कि ऑक्सीजन पाइप में कुछ नुकसान हुआ है। हम जब आगे गए तो सामने से मलबा आते देखा। हमारी हिम्मत टूट गयी।’’ उन्होंने बताया ‘‘जिस जगह हम फंसे थे, उस जगह सुरंग की लंबाई ढाई किमी और चौड़ाई 14 मीटर थी। सुरंग में इतनी ऑक्सीजन थी कि हम दो-तीन दिन वहां रह सकते थे। हमारी कंपनी और सरकार ने बहुद मदद की। अगर बाहर से खाने-पीने की सामग्री और ऑक्सीजन की आपूर्ति बंद हो जाती तो हमारा जीवन भी नहीं बचता।’’

मजदूर ने बताया कि कंपनी और सरकार ने ऐसी व्यवस्था की थी कि अंदर एक मिनट भी लाइट नहीं गई। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार की ओर से जब एक अधिकारी ने अंदर उनसे बात की तो पता चला कि भारत सरकार, उत्तराखंड सरकार और हमारे प्रदेश की सरकार भी हमें बचाने के लिए मुस्तैद है तो हमें बहुत राहत मिली।’’