यूपी के महोबा में एक किसान गेहूं लदे ट्रक को लेकर गेहूं बेचने के लिए गया था, लेकिन पुलिस ने उसका चालान काट दिया। पुलिस द्वारा चालान काटे जाने का किसान ने विरोध किया तो पुलिस ने किसान को थप्पड़ जड़ दिया। ऐसा किसान का आरोप है। घटना से जुड़ा हुआ एक वीडियो भी वायरल हो रहा है जिसमें पुलिस कर्मी किसान को मनाते हुए दिखाई दे रहा है।

थप्पड़ मारने का आरोप लगाने वाले किसान ने स्थानीय मीडिया को बताया कि, “मेरा नाम शिवबरन है और मेरी गाड़ी लगी हुई थी। एक पुलिस वाला आकर के मेरी गाड़ी का चालान कर दिया। मैंने पूछा बाबूजी चालान क्यों कर रहे हो? इस बात को सुनते ही पुलिस वाले ने मेरे को तेज से थप्पड़ मार दिया। इसके बाद उसने कहा कि यहां पर गाड़ी क्यों लाए हो? फिर मैंने कहा कि हम किसान हैं और गल्ला बेचने के लिए आए हैं।”

वीडियो में किसान अपनी व्यथा कहते हुए भावुक हो गया और आंखों से आंसू गिरने लगे। उसने बताया कि वह छोटा हाथी (छोटी लोडर गाड़ी) लेकर अपना गल्ला बेंचने आया था और उसने बताया कि वो महोबा जेल के पीछे ही रहता भी है।

इस घटना से जुड़ा हुआ एक वीडियो भी वायरल हो रहा है जिसने पुलिसकर्मी किसान को मनाते हुए नजर आ रहा है। पुलिसकर्मी वीडियो में किसान को मनाते हुए कह रहा है कि हो सकता हो व्यवस्था बनाने के लिए आवेश में आ गया हो, चलो अब कोई बात नहीं। किसान इसके जवाब में कह रहा है कि आप लोग किसानों की गाड़ियों का चालान करते हो ,जिसके जवाब में पुलिसकर्मी कह रहा है कि हम किसानों की गाड़ी का चालान कर ही नहीं रहे हैं।

बता दें कि उत्तर प्रदेश में गेहूं खरीद पर अब सरकार ने नजर रखने का फैसला किया है, ताकि अधिकारी या कर्मचारी कोई गड़बड़ी ना कर सके और किसानों को उनका उचित दाम मिल सके। सरकार ने गेहूं खरीद की निगरानी करने के लिए मंडल स्तर पर नोडल अधिकारी नामित किए हैं और यह नोडल अधिकारी आवंटित जिलों में इसकी समीक्षा भी करेंगे। वहीं सरकार ने गेहूं पर न्यूनतम समर्थन मूल्य की भी घोषणा कर दी है। हालांकि ये पिछले 10 वर्षों में सबसे कम बढ़ोतरी हुई है। सरकार ने इस वर्ष महज 40 रुपए प्रति कुंटल का इजाफा किया है। यानी इस वर्ष गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2015 रुपए प्रति कुंतल है।