यूपी में योगी आदित्यनाथ के सत्ता संभालते ही बुल्डोजर एक बार फिर से पूरी रफ़्तार के साथ शुरू हो गया है। सीएम योगी ने चुनाव प्रचार के दौरान कहा था कि चुनाव बाद फिर से बुल्डोजर चालू हो जायेगा। योगी आदित्यनाथ को शपथ लिए हुए बमुश्किल एक सप्ताह से अधिक का समय हुआ है और पहले से ही दो उदाहरण सामने आए हैं कि बलात्कार के मामलों में बुल्डोजर आरोपियों के घरों तक पहुंचे। कथित तौर पर आरोपियों पर आत्मसमर्पण करने का दबाव डालने के लिए बुल्डोजर उनके घर तक पहुंचे थे।
गुरुवार दोपहर सहारनपुर जिले में पुलिस दो भाइयों (आमिर और आसिफ) के घर पर एक बुलडोजर ले गई। दोनों भाइयों पर शादी का झांसा देकर एक नाबालिग लड़की से सामूहिक दुष्कर्म करने का आरोप लगाया गया है। 25 मार्च को पीड़िता की मां ने मुकदमा दर्ज करवाया। दोनों आरोपी भाइयों के पिता 56 वर्षीय शराफत पर शिकायतकर्ता को कथित तौर पर धमकी देने और मारपीट करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है।
आरोपियों के घर पहुंचकर पुलिस ने कथित तौर पर धमकी दी कि अगर उन्होंने 48 घंटे के भीतर आत्मसमर्पण नहीं किया तो इमारत को ध्वस्त कर दिया जाएगा। दोनों आरोपी गांव के प्रधान के घर से ताल्लुक रखते हैं। वीडियो फुटेज में एक बुलडोजर घर के बाहर पहली मंजिल की ओर जाने वाली तीन सीढ़ियों को तोड़ता हुआ दिख रहा है, जिस पर पुलिसकर्मी नजर रखे हुए हैं। पुलिस ने पड़ोसियों को भी आरोपी की मदद न करने की चेतावनी दी।
स्थानीय पुलिस स्टेशन के एसएचओ (SHO) ने कहा कि, “हम प्रभावशाली परिवार से आने वाले आरोपियों को बताना चाहते थे कि अगर वे फरार रहते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। घर की सीढ़ी टूट गई थी। हमारी कार्रवाई का जमीन पर बड़ा प्रभाव है। मौके से निकलने से पहले हमने सार्वजनिक रूप से घोषणा की कि अगर कोई भी व्यक्ति आरोपी को किसी भी तरह की सहायता प्रदान करता हुआ पाया गया, तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।”
वहीं दोनों आरोपी भाइयों के पिता ने आरोप को झूठा बताया। उन्होंने कहा कि, “हम दबाव में हैं। झूठे आरोप में मामला दर्ज किया गया है और कोई भी हमारी मदद करने को तैयार नहीं है। पुलिस दबाव बना रही है और धमकी दे रही है कि अगर हम आत्मसमर्पण नहीं करते हैं तो हमारे घर को वो गिरा देंगे। पुलिस की कार्रवाई से मेरा परिवार और पड़ोसी दहशत में है। हम रेप केस में कानूनी विशेषज्ञों की मदद लेने की कोशिश कर रहे हैं।”