देश की राजधानी दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में पालतू कुत्तों का आतंक खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक हर दिन 70 से 80 मामले सामने आ रहे हैं। गाजियाबाद के मेडिकल चीफ ऑफिसर का कहना है कि अगर आपको कुत्ते ने काटा है तो तुरंत अस्पताल पहुंच कर रैबीज इंजेक्शन लगवाएं, क्योंकि कुत्ते का काटना आपके लिए जानलेवा साबित हो सकता है। 

लगातार बढ़ रहे मामले 

गाजियाबाद में कुत्तों का आतंक लगातार बढ़ रहा है, ऐसे में प्रशासन सकते में है और कार्रवाई करने में जुट गया है।  पालतू कुत्ते के काटने से 14 साल के एक लड़के की मौत के कुछ ही दिन बाद शहर में एक और छात्र पर कुत्ते ने बेरहमी से हमला कर दिया था। ताजा घटना शहर के विजय नगर इलाके से सामने आई है जहां  11वीं कक्षा में पढ़ने वाले एक छात्र पर पालतू कुत्ते ने हमला कर

घटना उस वक्त हुई जब रोहन नाम का लड़का अपनी बाइक चला रहा था और रास्ते में बाइक खराब हो गई और जब रोहन पैदल बाइक को धक्का देने की कोशिश कर रहा था, तभी एक पालतू कुत्ते ने अचानक उस पर हमला कर दिया।

आरोप है कि हमले के वक्त कुत्ते का मालिक मौजूद था, लेकिन उसने कुत्ते को रोकने की कोई कोशिश नहीं की. इसके बजाय, हमले के दौरान मालिक हंसता रहा। इसके बाद मामला पुलिस में दर्ज कराया गया।

सीजेआई के सामने भी उठ चुका है मामला

कुत्तों के काटने का मामला  सुप्रीम कोर्ट में भी उठा है। सोमवार को वकील कुणाल चटर्जी हाथों में पट्टी बांधकर CJI के सामने पेश हुए। कुणाल के हाथ में पट्टी देखकर CJI डीवाई चंद्रचूड़ ने पूछा, “क्या हुआ है, पट्टी क्यों बंधी है?” इस पर कुणाल ने कहा कि 5 कुत्तों ने एक साथ मेरे ऊपर हमला बोल दिया, जिससे मैं घायल हो गया। उन्होंने कहा कि आवारा कुत्तों के हमले के मामले में सुप्रीम कोर्ट को कोई दिशा निर्देश देना चाहिए, क्योंकि हाईकोर्ट ने अलग-अलग फैसला दिया है।

इस पर CJI चंद्रचूड़ ने वकील से पूछा कि अगर आपको कोई मेडिकल मदद चाहिए तो वो रजिस्ट्रार को इसके लिए कह सकते हैं। इसी दौरान वहां बैठे जस्टिस नरसिम्हा ने कुत्तों के हमले को लेकर कहा कि ये एक गंभीर खतरा बन गया है।