देश की राजधानी नई दिल्ली की सरहद से सटा होने के कारण यूपी के गौतम बुद्ध नगर जिले को बेहद संवेदनशील माना जाता है। यही कारण है कि नोएडा पुलिस के अफसर रात में भी सतर्कता बनाए रखते हैं। रात में सड़क पर तैनात पुलिस कितनी चौकन्नी है ये जानने के लिए नोएडा के एसएसपी डॉ. अजय पाल शर्मा खुद सुबह चार बजे भेष बदलकर निकल पड़े। उन्होंने अपनी गाड़ी का नंबर चेकिंग के लिए फ्लैश कर दिया। इसके बाद जब उनका सामना पुलिस से हुआ तो पुलिस ने न सिर्फ उनकी गाड़ी को ओवरटेक करके रोक लिया। बल्कि सिपाही ने उन पर एके-47 भी तान दी।
वाकया रविवार (20 मई) की सुबह का है। नोएडा के एसएसपी डॉ. अजय पाल शर्मा सुबह चार बजे आॅटो में बैठकर नोएडा में घूमने के लिए निकले थे। लेकिन उन्हें पुलिस हर जगह मौजूद मिली। लेकिन अब बारी सतर्कता जांचने की थी। एसएसपी ने एक निजी कार का नंबर फ्लैश करके जांच के निर्देश दिए। चेकिंग के दौरान पीआरवी 1844 लापरवाह दिखी। इस पर एसएसपी ने पीआरवी 1844 के प्रभारी सब इंस्पेक्टर राजवीर को सस्पेंड कर दिया।
लेकिन जैसे ही एसएसपी की गाड़ी आगे बढ़ी। पीसीआर गाड़ी संख्या 22 ने फ्लैश किए हुए नंबर वाली कार को देख लिया। पीसीआर वैन ने उस कार का पीछा करना शुरू कर दिया। इसके बाद एक बैरिकेट पर पीसीआर ने उस गाड़ी को ओवरटेक करके रोक लिया। गाड़ी रुकते ही पुलिस के सिपाही फुर्ती से नीचे कूदे और गाड़ी पर एके—47 तान दी। लेकिन कार से जब एसएसपी डॉ. अजयपाल शर्मा बाहर निकले तो सिपाही सकते में आ गए। लेकिन एसएसपी डॉ. अजय पाल शर्मा ने टीम को तुरंत 500 रुपये का नगद पुरस्कार दिया। उन्होंने सतर्कता के लिए टीम की तारीफ भी की।
इस पूरे मामले पर एसएसपी डॉ. अजय पाल शर्मा ने मीडिया से कहा,”जनता की सुरक्षा के लिए पुलिस हमेशा ही चौकन्ना रहती है। लापरवाही करने वाले सब इंस्पेक्टर को निलंबित किया गया है। जबकि सतर्कता दिखाने वाली टीम को नगद पुरस्कार देकर प्रोत्साहित किया गया है।”