समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के विधायक इरफान सोलंकी (Irfan Solanki) ने भाई फरहान पर लगे तीन तलाक (Triplr Talaq) देने के आरोप पर कहा कि 3 साल पहले कोशिश की थी कि मामला खत्म हो जाए, लेकिन शायद कोई कमी रह गई। वहीं, मारपीट और दहेज के आरोपों को उन्होंने बेबुनायाद बताते हुए कहा कि पीड़ित पक्ष तो कुछ भी आरोप लगा सकता है।

उन्होंने कहा, “2019 की यह घटना है, हम सब ने मिलकर बहुत कोशिश की कि मामला खत्म हो जाए। अब मामला कोर्ट में चला गया है, दोनों अपना-अपना पक्ष रखेंगे। हर चीज का दिन तय है अब हो सकता है हमारी तरफ से कोई कमी रह गई हो, इसीलिए यह मामला पहुंचा है। कोर्ट का जो फैसला होगा उसको मानेंगे।”

वहीं, मारपीट और दहेज के आरोपों को लेकर उन्होंने कहा कि ये सब बेबुनियादी बातें हैं और पीड़ित पक्ष तो कुछ भी कह सकता है। उन्होंने कहा, “मुकदमा तो कभी भी लगाया जा सकता है, लेकिन प्रयास यह होता है कि मुकदमा ना करके घर बचाया जाए इसलिए कोशिश की थी और कोशिश में हम पूरे नहीं उतरे इसलिए लड़की पक्ष को अदालत जाना पड़ा।”

उन्होंने कहा कि हम लोग राजस्थान से हैं, तो हमारी बिरादरी के लोग भी बैठे कि बात बन जाए, लेकिन बात नहीं बनी। अदालतें तो बनी ही न्याय दिलाने के लिए हैं, अब मुझे उम्मीद है कि जो सही है उसको न्याय मिलेगा।

आरोप लगाया गया है कि साल 2019 में ससुराल वालों ने मारपीट करके उसे बच्चों के साथ घर से बाहर निकाल दिया था। इस दौरान, पति ने उसे तीन तलाक दे दिया था। यह भी आरोप है कि भाई के विधायक होने के चलते थाने पर सुनवाई नहीं हुई। जेठ ने समझौता करवाने का झूठा आश्वासन दिया, लेकिन कुछ नहीं हुआ।