यूपी में योगी सरकार के शासन में प्रशासन लगातार बुलडोजर का उपयोग कर रहा है। इसी क्रम में माफियाओं के साथ-साथ अन्य अतिक्रमण पर भी प्रशासन बुलडोजर चला रहा है। हालांकि प्रशासन की यह कार्रवाई विवादों के घेरे में भी है। विपक्ष इस कार्रवाई के लिए सरकार की आलोचना करता रहा है। इसी क्रम में एक कार्रवाई का वीडियो सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने शेयर किया है।
सपा प्रमुख ने एक महिला का वीडियो शेयर किया है, जिसमें महिला रोती हुई दिख रही है। महिला का घर तोड़ दिया गया है। इसे लेकर सपा प्रमुख ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि हमारी संस्कृति में तो चिड़ियों के घोंसले भी नहीं तोड़े जाते हैं। उन्होंने लिखा- “ये है 2022 तक सबको घर देने का झूठा वादा करनेवाली भाजपा का सच। आंसुओं का मोल समझने के लिए एक संवेदनशील हृदय चाहिए होता है… जो भाजपा सरकार में नहीं है। संस्कृति का झूठा स्वांग रचनेवाले जान लें कि हमारी संस्कृति में तो चिड़ियों के घोंसले भी नहीं तोड़े जाते हैं।”
वहीं वीडियो में महिला प्रशासन पर आरोप लगा रही है कि उसका घर बिना नोटिस के तोड़ा गया है। वो घर से सामान भी निकाल नहीं पाई थी। उन्होंने कहा- “पहले बताए हुए होते तो हम सामान हटा दिए होते।”
बता दें कि अखिलेश अब बुलडोजर नीति को लेकर सरकार पर हमलावर होते दिख रहे हैं। इससे पहले सपा प्रमुख ने बुलंदशहर में कार्रवाई के दौरान एक शख्स की मौत को लेकर सरकार पर निशाना साधा था। उन्होंने पीड़ित परिवार से मुलाकात भी की है। मुलाकात के बाद सपा ने सरकार से मुआवजे की मांग की है।
सपा ने ट्वीट कर कहा- “यूपी में CM का बुलडोजर कमजोरों का आशियाना तोड़ने के साथ उनकी जान भी ले रहा है। बुलंदशहर में प्रशासन द्वारा जेसीबी से घर ध्वस्तीकरण के दौरान अंदर सो रहे रोहताश लोधी के घायल होने के बाद उपचार उपरांत मृत्यु, दुखद! DM, SP पर हो 302 का केस, मृतक के परिवार को मिले ₹1 करोड़ का मुआवजा”।
बता दें कि बुलंदशहर में प्रशासन की कार्रवाई के दौरान घर के अंदर सो रहा एक शख्स घायल हो गया था, जिसकी बाद में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। इसी को लेकर सपा प्रमुख ने तब भी सरकार पर निशाना साधा था। अब पीड़ित परिवार से मुलाकात करके मुआवजे की मांग की है।