22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य जोरों पर चल रहा है। श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट न सिर्फ राम मंदिर निर्माण कार्य की देखरेख कर रहा है बल्कि इस समय वो राम मंदिर के पुजारी चयन की प्रक्रिया पर भी काम कर रहा है।
न्यूज एजेंसी भाषा से बातचीत में श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरि ने बताया कि राम मंदिर पुजारी पद के लिए तीन हजार में से 200 उम्मीदवारों को उनकी योग्यता के आधार पर इंटरव्यू के लिए बुलाया गया है।
उन्होंने बताया कि इंटरव्यू के लिए तीन सदस्यों का पैनल बनाया गया है। यह पैनल अयोध्या स्थित VHP के मुख्यालय में पुजारी पद के लिए इंटरव्यू ले रहा है। कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरि के अनुसार, इस पैनल में वृंदावन के प्रसिद्ध हिंदू उपदेशक जयकांत मिश्रा और अयोध्या के दो महंत मिथिलेश नंदिनी शरण और सत्यनारायण दास शामिल हैं।
6 महीने होगी ट्रेनिंग
कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरि ने बताया कि इंटरव्यू के जरिए 20 कैंडिडेट्स का सिलेक्शन होगा। जिन लोगों का सिलेक्शन किया जाएगा, उन्हें छह महीने का आवासीय प्रशिक्षण देने के बाद पुजारी के रूप में नियुक्त मिलेगाी। उन्होंने यह भी कहा कि ट्रेनिंग में हिस्सा लेने वाले गैर-चयनित कैंडिडेट्स को प्रमाण पत्र दिया जाएगा।
इंटरव्यू में क्या सवाल पूछे जा रहे हैं?
उन्होंने बताया, ” इंटरव्यू के दौरान अभ्यर्थियों से संध्या वंदन क्या है, इसकी विधि क्या है और इस पूजा के मंत्र क्या हैं? भगवान राम की पूजा के लिए कौन-कौन से ‘मंत्र’ हैं और इसके लिए ‘कर्म कांड’ क्या हैं, इत्यादि सवाल पूछे जा रहे हैं।”
गोविंद देव गिरि ने बताया कि चयनित 20 उम्मीदवारों को अयोध्या के कारसेवक पुरम में छह महीने तक ट्रेनिंग दी जाएगी, जो शीर्ष संतों द्वारा तैयार किए गए धार्मिक पाठ्यक्रम पर आधारित होगा। उनके अनुसार ट्रेनिंग के दौरान अभ्यर्थियों को निःशुल्क आवास एवं भोजन मिलेगा एवं मानदेय के रूप में दो हजार रुपये भी दिए जाएंगे। (इनपुट – भाषा)