कानपुर हिंसा को लेकर विवादित बयान देने वाले शहर काजी अब्दुल कुद्दूस के सुर बदलते नजर आ रहे हैं। अब उन्होंने एक वीडियो पोस्ट जारी कर कहा कि पुलिस प्रशासन पूरी इज्जत दे रहा है। दो दिन पहले वह पुलिस प्रशासन पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगा रहे थे और उन्होंने सिर पर कफन बांधकर निकलने की भी धमकी दी थी।

अब उन्होंने वीडियो जारी करते हुए कहा कि शांति और अमन-चैन कायम है और पुलिस प्रशासन भी सहयोगा कर रहा है और पूरी इज्जत दे रहा है। उधर, शहर काजी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग उठने लगी है। कानपुर हिंसा पर उनके बयान को लेकर बीजेपी युवा मोर्चा के जिला महामंत्री पवन गुप्ता ने तहरीर दी है। मंगलवार (7 जून, 2022) को बेकनगंज हिंसा मामले को लेकर उन्होंने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया था कि 90-95 प्रतिशत गिरफ्तारियां मुसलमानों की हो रही हैं।

उन्होंने कहा कि जब गलतियां दोनों तरफ से हुईं तो गिरफ्तारियां भी बराबर होनी चाहिए। वहीं, बुलडोजर को लेकर वह भड़क गए और उन्होंने कहा कि अगर ऐसी कार्रवाई हुई तो सिर पर कफन बांधकर निकल जाएंगे, अब और ज्यादा इंतजार नहीं करेंगे।

उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि बेगुनाहों की गिरफ्तारियां ज्यादा हो रही है और जिस तरह तेजी से गिरफ्तारियां हो रही हैं, उसे लेकर लोगों में बेचैनी बढ़ गई है। काजी ने कहा कि यह इतना बड़ा मसला नहीं है, जितनी गिरफ्तारियां की जा रही हैं।

गौरतलब है कि 3 जून को कानपुर में झड़प को लेकर जिला पुलिस ने जोर-शोर से कार्रवाई करते हुए सीसीटीवी फुटेज के आधार पर 40 संदिग्धों के पोस्टर जारी किए गए थे। उधर, कानपुर हिंसा मामले का मास्टरमाइंड बताए जा रहे हयात जफर हाशमी पुलिस के शिकंजे में हैं। उनकी पत्नी ने पुलिस पर पक्षपात का आरोप लगाया है और कहा कि यह उनके पति को फंसाने की साजिश है। वहीं, उन्होंने पुलिस के आरोपों को भी खारिज कर दिया है और कहा कि पुलिस इस बात के सुबूत दिखा दे कि 141 ग्रुप्स की वह एडमिन थी।