उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में पुलिस ने वाइल्ड लाइफ स्मगलिंग से जुड़े एक इंटर स्टेट गैंग का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने गुरुवार को इस गैंग से जुड़े तीन लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने बताया कि इनके पास से प्रतिबंधित प्रजाति के 500 तोते बरामद किए गए हैं।

प्रयागराज में यूपी पुलिस की स्पेशल टॉस्क फोर्स के डिप्टी एसपी नवेंदु कुमार ने मीडिया को बताया कि इंजमाम, मोहम्मद वसीम और मोहम्मद आरिफ को शहर के कीडगंज इलाके से एक गुप्त सूचना के आधार पर उस समय गिरफ्तार किया गया, जब वे प्रयागराज से वाराणसी जा रहे थे।

उन्होंने बताया कि पुलिस टीम ने इनके पास से पांच पिंजरों और प्लास्टिक के थैलों में तोते बरामद किए। ये सभी तोते वन विभाग की टीम को सौंप दिए गए हैं। आरोपियों ने ये तोते प्रयागराज की मस्तान मार्केट से खरीदे थे और वो इन्हें बेचने के लिए पश्चिम बंगाल के आसानसोल लेकर जा रहे हैं। इन सभी पर वाइल्डलाइफ प्रोटेक्शन एक्ट से जुड़ी धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।

कैसे हुई स्मगलर्स की गिरफ्तारी?

पुलिस ने बताया कि मुखबिरों से मिली सूचना के आधार पर एक्शन लेते हुए एसटीएफ की टीम ने प्रयागराज के बांगड़ धर्मशाला चौराहे के पास वाहनों की जांच शुरू की। इसी दौरान एर्टिगा कार के भीतर से उन्हें पांच पिंजड़ों और प्लास्टिक के थैलों में बांध कर रखे हुए तोते मिले।

पुलिस द्वारा दी गई सूचना के अनुसार, पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे इन तोतों को ऊंची कीमत पर बेचने के लिए पश्चिम बंगाल के आसनसोल लेकर जा रहे थे। अभियुक्तों ने बताया कि उन्होंने प्रयागराज के मस्तान मार्केट से इन पक्षियों को 100 रुपये से 500 रुपये प्रति तोते की कीमत पर खरीदा है।

एक आरोपी यूपी, दो बंगाल से

पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान इंजमाम निवासी प्रयागराज, मोहम्मद वसीम निवासी आसनसोल और मोहम्मद आरिफ निवासी वर्धमान (पश्चिम बंगाल) के रूप में की गई है। इनके खिलाफ कीडगंज थाना में वन्यजीव संरक्षण अधिनियम की सुसंगत धाराओं के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया है। इनपुट- PTI / भाषा