उत्तर प्रदेश के बनारस शहर में एक पोस्टर के कारण विवाद शुरू हो गया है। दरअसल शहर में एक पोस्टर लगा हुआ है, जिसमें लिखा हुआ है कि मैं काशी हूं। इस पोस्टर में यूट्यूबर ममता राय की फोटो लगी हुई है और वह कहती हुई दिखाई दे रही हैं कि मैं काशी हूं। वहीं बनारस के लोग इस पोस्टर पर भड़क गए हैं। साथ ही लोगों ने प्रशासन से इसकी शिकायत की है। जबकि ममता राय ने इसपर सफाई दी है और कहा कि लोग गलत समझ रहें।

अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा युवा ने बनारस की सड़कों पर लगे इस पोस्टर का विरोध किया है। संगठन के राष्ट्रीय संगठन मंत्री विक्रांत सिंह ने समाचार चैनल एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए कहा कि यह आपत्तिजनक पोस्टर बनारस की सड़कों पर लगाए गए हैं। हम इसका विरोध करते हैं। जिसे बनारस की सभ्यता और संस्कृति नहीं पता है, उनकी ओर से ऐसे पोस्टर लगाएं गए हैं।

विक्रांत सिंह ने कहा कि काशी एक पौराणिक नगरी है और कोई खुद को काशी कैसे कह सकता है। उन्होंने ममता राय इंस्टाग्राम पेज को लेकर कहा कि आप इनके इंस्टाग्राम पेज पर जाएंगे तो ऐसे कई वीडियो और फोटो नजर आएंगे, जिसमें वह अर्धनग्न हैं और कई लड़कों के साथ सिगरेट पीती हुई नजर आ रही हैं। विक्रांत सिंह ने कहा कि ममता राय बनारस की नहीं है और खुद को बनारस के होने का खिताब दे रही हैं।

वहीं ममता राय ने समाचार चैनल एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए कहा, “मैं सिर्फ स्वागत पोस्टर लगवाई थी और उसमें भगवान भोलेनाथ को भी दर्शाया गया है, जिसमें वह कह रहें हैं कि मैं काशी हूं। स्वागत पोस्टर में मैंने सावन में आने वाले श्रद्धालुओं का सिर्फ स्वागत किया है और उसका क्रेडिट लिया है, जो सभी लेते हैं। इस पोस्टर में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं है और लोग गलत समझ रहें हैं। मैं संगठन वालों से पूछती हूं कि उसमें क्या गलत है।”

ममता राय ने कहा कि कलाकार का कोई जाति धर्म नहीं होता है। मैं इस मुद्दे को लेकर बहुत परेशान हो गई हूं। मैं इस पोस्टर में अर्धनग्न नहीं हूं। लोग गलत आरोप लगा रहे हैं।