तीन दिन पहले हुई एक युवक की हत्या के मामले में एक हिंदू युवक को नामजद व गिरफ्तार करने की मांग को लेकर संप्रदाय विशेष के लोगों ने सोमवार को थाना परीक्षितगढ़ पर हमला बोल दिया। भीड़ ने धार्मिक नारे लगाते हुए पुलिस पर पथराव किया और फायरिंग की। पुलिसकर्मियों ने थाने में छिपकर अपनी जान बचाई। घटना की सूचना मिलने पर एसपी देहात राजेश कुमार सिंह भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने भी जवाबी गोलीबारी व लाठीचार्ज कर हालात पर काबू पाया। तनावपूर्ण माहौल देखते हुए परीक्षितगढ़ में पीएसी के साथ अतिरिक्त पुलिस फोर्स तैनात की गई है। भीड़ व पुलिस के बीच हुई गोलीबारी व पत्थरबाजी में तीन पुलिसकर्मियों सहित करीब 10 लोग घायल हुए हैं।
परीक्षितगढ़ के मोहल्ला खजूरी दरवाजा निवासी अमिताभ पुत्र बिल्लू खां की 23 जून की रात को हत्या कर दी गई थी। अभिताभ की लाश मेरठ-परीक्षितगढ़ रोड पर इकला गांव के पास खेतों में पड़ी मिली थी। मृतक के परिजनों ने इस मामले में वसीम व नदीम को नामजद कराया था। पुलिस ने वसीम को गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस को वसीम से की गई पूछताछ में पता चला कि वसीम व अमिताभ के बीच समलैंगिक संबंध थे। वसीम अमिताभ पर दबाव बना रहा था कि वह अपने परिवार से अलग हो जाए। वसीम की बात न मानने पर उसने अमिताभ की हत्या कर दी।
इस पूरे मामले का मेरठ पुलिस सोमवार को खुलासा करने वाली थी। लेकिन दोपहर में ईद की नमाज के बाद अमिताभ के परिजन भीड़ के साथ थाना परीक्षितगढ़ पहुंचे। भीड़ एक हिंदू युवक नागेश शर्मा को इस मामले में नामजद करने व उसकी गिरफ्तारी की मांग पर अड़ गई। पुलिस ने भीड़ से इस मामले में तहरीर देने को कहा। इसी दौरान भीड़ में शामिल एक युवक ने पुलिस पर पथराव कर दिया। कुछ ही देर में हालात बिगड़ते चले गए। भीड़ ने थाने में खड़े वाहनों में तोड़फोड़ करते हुए पुलिस कार्यालय में घुसने का प्रयास किया। भीड़ के पथराव व गोलीबारी में तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस ने थाने में छुपकर अपनी जान बचाई। बाद में पुलिस ने जवाबी गोलीबारी व लाठीचार्ज करते हुए भीड़ को मौके से खदेड़ा।
एसपी देहात राजेश कुमार ने बताया कि इस मामले में बलवा, हत्या व अवैध असलहों से गोलीबारी करने का मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने आरोपियों की धरपकड़ के लिए कई जगह दबिश दी है लेकिन सभी आरोपी फरार बताए जा रहे हैं। हालात को देखते हुए परीक्षितगढ़ में पीएसी व अतिरिक्त पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है। एसपी देहात ने बताया कि भीड़ ने सुनियोजित साजिश के तहत पुलिस पर हमला किया। उन्होंने बताया कि इस मामले में यह भी सामने आ रहा है कि पुलिस पर हमले से पहले मस्जिद से एलान किया गया था। पुलिस पूरे मामले की गहनता से जांच कर रही है।