कांग्रेस पार्टी की तरफ से राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने एक प्रोग्राम के दौरान समाजवादी प्रमुख मुलायम सिंह यादव पर निशाना साधा। संजय सिंह ने कहा, ‘कल यूपी के एक बड़े नेता ने कहा कि गठबंधन नहीं करेंगे किसी को विलय करना है तो कर ले। मुझे आश्चर्य है। क्योंकि नदियां समुद्र में मिलती हैं ना कि समुद्र नदियों में मिलता है। समुद्र-समुद्र होता है। अपनी धरा में चलता है और नदी-नाले, नदी-नाले होते हैं।’ संजय सिंह ने यह बात कांग्रेस के ‘दलित शिक्षा, सुरक्षा और स्वाभिमान’ कार्यक्रम में कहीं। वह कार्यक्रम में कांग्रेस पार्टी पूरे राज्य के कुल 1000 दलित कार्यकर्ताओं को एकत्रित करके ट्रेनिंग प्रोग्राम चला रही थी। संजय सिंह कांग्रेस कैंपेन कमेटी के चेयरमैन भी हैं।
कार्यक्रम में राज्य सभा सांसद पी एल पुनिया ने कहा कि कांग्रेस पार्टी गठबंधन नहीं करेगी और 403 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी। पुनिया ने यह भी कहा कि दलित के लिए हुए उस कार्यक्रम में रणनीतिकार प्रशांत किशोर का कोई रोल नहीं है। पुनिया ने आगे बताया कि इस महीने के अंत तक टिकटों का बंटवारा भी कर दिया जाएगा। कार्यक्रम के बाद इंडियन एक्सप्रेस के बातचीत करते हुए पुनिया ने कहा, ‘कार्यर्ताओं द्वारा ऐसा ट्रेनिंग कार्यक्रम करवाने की मांग की जा रही थी।’
वीडियो: “उत्तर प्रदेश चुनावों से पहले कोई गठबंधन नहीं”: मुलायम सिंह यादव
कार्यक्रम में यूपी के इंचार्ज गुलाम नबी आजाद, कांग्रेस की मुख्यमंत्री उम्मीदवार शीला दीक्षित के साथ-साथ और भी कई लोग मौजूद थे। वहां पर 28 पेज की एक बुकलेट भी बांटी गई। उसमें दिखाया गया था कि समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और बीजेपी/संघ के शासन में दलितों के साथ कैसा बर्ताव होता था। किताब में उन दस सवालों के भी जवाब हैं जो विपक्ष द्वारा कांग्रेस से हमेशा पूछे जाते हैं। जैसे बाबू जगजीवन राम को प्रधानमंत्री क्यों नहीं बनाया गया ? बाबा साहेब को भारत रतन क्यों नहीं दिया गया ?
रैली में गुलाम नबी आजाद ने कहा कि दलित जाति के लोगों को बाकी पार्टियों ने धोखा दिया और अब वह फिर से कांग्रेस के साथ आ गए हैं। वहीं शीला दीक्षित ने कहा कि उन्होंने दिल्ली की मुख्यमंत्री रहते हुए दलितों के लिए बोर्डिंग स्कूल खोले थे।