यूपी विधानसभा चुनाव में अंबेडकर नगर जिले के मुस्लिम बहुल टांडा क्षेत्र में कत्ल किए गए हिंदू युवा वाहिनी के नेता की पत्नी ने उन दो लोगों के खिलाफ ताल ठोकी है, जिन पर उनका परिवार हत्या का आरोप लगा रहा है। परिवार ने इन्हीं दो लोगों पर हत्या का आरोप लगाया था। हिंदू युवा वाहिनी के नेता की हत्या के नौ महीने बाद उनके भतीजे की भी हत्या कर दी गई थी। इस मामले में भी परिवार ने इन दोनों को आरोपी बनाया था। इनमें से एक को पुलिस ने क्लिनचिट दे दी। दूसरे के खिलाफ एक हत्या मामले में पुलिस ने चार्जशीट दायर की है तो दूसरे मामले में क्लिन चिट दे दी।
साल 2013 में राम बाबू गुप्ता की हत्या कर दी गई, इसके बाद क्षेत्र में सांप्रदायिक हिंसा फैल गई थी। सांप्रदायिक हिंसा फैलने के बाद इलाके में कर्फ्यू लगा दिया गया था, जिसे एक सप्ताह बाद हटाया गया था। इसके नौ महीने बात गुप्ता के भतीजे राम मोहन की हत्या कर दी गई, जो इस मामले में मुख्य चश्मदीद था।
राम बाबू गुप्ता की पत्नी संजू देवी भारतीय जनता पार्टी की टिकट से चुनाव लड रही हैं। संजू देवी समाजवादी पार्टी से मौजूदा विधायक अजीमुल हक पहलवान और एआईएमआईएम के उम्मीदवार इरफान के खिलाफ चुनावी मैदान में हैं। देवी के परिवार द्वारा दर्ज करवाई गई एफआईआर में अजीमुल का नाम दूसरे केस में लिखवाया गया था और इरफान को दोनों केस में आरोपी बना गया था। हालांकि, बाद में परिवार ने हक को दोनों हत्याओं में आरोपी बनाया दिया था। अजीमुल को अंबेडकर नगर पुलिस ने दोनों मामलों में क्लिन चिट दे दी। इरफान के खिलाफ राम बाबू गुप्ता की हत्या के मामले में चार्जशीट दाखिल की गई तो वहीं दूसरे मामले में क्लिन चिट दे दी गई।
3 लाख मतदाताओं में से 1.25 लाख मुस्लिम वोटर्स वाले विधानसभा क्षेत्र में वे अपने पति और भतीजे की हत्या की कहानी मतदाताओं को बता रही हैं और मतदाताओं से न्याय की मांग कर रही हैं। साल 2014 में लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान संजू देवी ने नरेंद्र मोदी के साथ मंच साझा किया था। इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए संजू देवी ने कहा, ‘अजीमुल हक पहलवान को पुलिस ने सरकार के दबाव में क्लिन चिट दे दी, क्योंकि वे सत्ताधारी पार्टी के विधायक हैं। मेरे पति लोगों के अत्याचार के खिलाफ अपनी आवाज उठाते थे। आम लोगों के मुद्दे उठाने पर हक पहले मेरे पति और फिर भतीजे की हत्या कर दी। मैंने दोनों मामलों में सीबीआई जांच की मांग की थी, लेकिन सरकार ने एक भी नहीं सुनी।’ संजू देवी पहली बार चुनाव लड़ रही हैं। उन्होंने बताया, ‘मैं चुनाव प्रचार में दोनों हत्याकांड के मामले को उठा रही हूं। मैं लोगों से कह रही हूं कि जब आप मुझे वोट देंगे, तभी न्याय मिल पाएगा।’
हालांकि, अजीमुल ने इन आरोपों का खंडन किया है। उनका कहना है, ‘विधानसभा क्षेत्र में हर कोई जानता है कि दोनों मामलों से मेरा कोई लेना देना नहीं है। पुलिस ने भी मुझे क्लिन चिट दे दी है। यहां तक की राम बाबू के बड़े भाई शिव प्रकाश मुझे समर्थन देने की घोषणा कर चुके हैं, उन्होंने कुछ दिन पहले मेरे साथ मंच भी साझा किया था।’