उत्तर प्रदेश के पुलिस विभाग में तैनात एक सब-इंस्पेक्टर ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। न्यूज एजेंसी एएनआई के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक सब-इंस्पेक्टर 15 दिन की छुट्टी पर वाराणसी स्थित अपने घर पर आए हुए थे। जहां बीती रात उन्होंने आत्महत्या कर ली। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। बता दें कि राज्य में पुलिसकर्मियों के आत्महत्या से पुलिस महकमा सकते में आ गया है। ऐसा इसलिए है क्योंकि पिछले दिनों कानपुर में पुलिस अधीक्षक (पूर्वी) के पद पर तैनात रहे आईपीएस अफसर सुरेन्द्र कुमार दास जहरीला पदार्थ खा लिया था। बाद में पांच दिनों तक चली मौत से वह जंग आखिरकार हार गए। कानपुर के एक निजी अस्पताल में उनका निधन हो गया।
तब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दास के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया। अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर राजेश अग्रवाल ने बताया कि दास (30) ने शनिवार/रविवार (8-9 सितंबर, 2018) की दरम्यानी रात 12 बजकर 20 मिनट पर अंतिम सांस ली। उनके कई अंगों ने पिछले कई दिनों से काम बंद कर दिया था। कानपुर जोन के अपर पुलिस महानिदेशक अविनाश चन्द्रा ने बताया कि दास के शव का चिकित्सकों के एक पैनल से पोस्टमार्टम कराया गया। उन्होंने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला कि दास पिछले कुछ समय से अवसाद से ग्रस्त थे और उन्होंने गूगल पर आत्महत्या के तरीके भी तलाशे थे।
A Sub-Inspector of Police, posted in Gorakhpur, allegedly committed suicide at his residence in Varanasi last night. His body has been sent for postmortem. He was on a 15-day leave.
— ANI UP (@ANINewsUP) September 13, 2018
वर्ष 2014 बैच के आईपीएस अफसर रहे दास ने गत पांच सितम्बर को जहर खा लिया था। उसके बाद से ही उनका हालत नाजुक थी और उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। मौके से मिले एक पत्र से यह पता चला है कि अधिकारी ने पारिवारिक कलह के चलते जहर खाया था। हालांकि उन्होंने इसके लिए किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया था। आदित्यनाथ ने युवा आईपीएस अफसर दास के निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए शोक संतप्त परिजन के प्रति संवेदना प्रकट की। आईपीएस एसोसिएशन ने भी ‘ट्वीट‘ के जरिये दास के निधन पर अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि दास एक प्रतिभाशाली और स्रेहिल अधिकारी थे। सभी उन्हें बहुत याद करेंगे। (अन्य इनपुट सहित)