सपा के वरिष्ठ नेता मुलायम सिंह यादव की छोटी वधू पार्टी लाइन तोड़कर सियासी रिश्ते बनाने के लिए जानी जाती हैं। जब योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश के सीएम बने तो 24 मई 2017 को अपर्णा यादव अपने पति प्रतीक यादव के साथ उनसे मिलने उनके आवास पर पहुंची थीं। इस बार फिर से अपर्णा यादव ने ऐसा बयान दिया है जो उनके पार्टी के स्टैंड से अलग है। दरअसल अपर्णा यादव ने नेशनल सिटीजन रजिस्टर पर अपनी राय रखी है। अपर्णा यादव ने इस मुद्दे पर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी की आलोचना की है। बता दें कि ममता बनर्जी, एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव समेत दूसरी विपक्षी पार्टियों से मिलकर नरेंद्र मोदी के खिलाफ महागठबंधन बनाने की तैयारी कर रही है।
अपर्णा यादव ने ममता बनर्जी को नसीहत देते हुए कहा है कि ममता बनर्जी को घुसपैठियों का समर्थन नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा है। अपर्णा ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, “कानून का पालन कर आए शरणार्थियों से किसी प्रकार की समस्या नहीं है, दिक्कत तब पैदा होती है जब लोग अवैध तरीके से देश में घुसपैठ करते हैं, मैं समझती हूं कि ममता जी को घुसपैठियों का समर्थन करते हुए बयान नहीं देना चाहिए था, उन्हें इस पर सोचना चाहिए, यह राष्ट्र की सुरक्षा का मुद्दा है।” बता दें कि सपा भी एनआरसी ड्राफ्ट का विरोध कर रही है। सपा नेताओं ने संसद के बाहर इस मुद्दे पर प्रदर्शन किया था।
There is no problem with lawful immigrants. Problem arises because of those who come into the county unlawfully. I think Mamata ji shouldn’t have made a statement supporting illegal immigrants. She should ponder upon it, it’s a national security issue:Aparna Yadav, SP leader #NRC pic.twitter.com/Vxde91XJQY
— ANI (@ANI) August 4, 2018
बता दें कि असम में नेशनल सिटीजन रजिस्टर का अंतिम ड्राफ्ट जारी होने के बाद ममता बनर्जी केन्द्र पर हमलावर है। इस रजिस्टर में 40 लाख लोगों के नाम नहीं हैं। इस लिहाज से कई लाख लोगों की नागरिकता जा सकती है। ममता बनर्जी ने इस मामले पर बीजेपी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा था कि मोदी सरकार हिन्दू-मुस्लिम की राजनीति कर रही है और देश को बांटना चाहती है। ममता ने आरोप लगाया कि केन्द्र सरकार असम में मौजूद बांग्लाभाषियों, बिहार के लोगों को वहां से निकाल रही है। ममता ने तकरीबन धमकी देते हुए कहा था कि अगर एनआरसी का ड्राफ्ट लागू किया गया तो देश में रक्तपात होगा, सिविल वार होगा। ममता के इस बयान की बीजेपी ने कड़ी निंदा की थी।