समाजवादी पार्टी में इन दिनों घमासान मचा हुआ है। पहले मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के समर्थन में रहने वाले यूथ विंग के कुछ सीनियर नेताओं को उनके चाचा शिवपाल यादव ने पार्टी से निकाल दिया था। उसके बाद से अखिलेश के वे ‘युवा’ समर्थक शिवपाल और पार्टी के बाकी कई बड़े नेताओं से नाराज हैं। इसके लिए पार्टी से निकाले गए सभी नेताओं और उनके हजारों समर्थकों ने फैसला किया था कि वह समाजवादी पार्टी की सिल्वर जुबली मनाने के लिए 5 नवंबर को होने वाले प्रोग्राम का बायकाट करेंगे। इसके लिए एक एक प्रस्ताव भी पास किया गया था। लेकिन पार्टी के खिलाफ तैयार किए गए प्रस्ताव की एक कॉपी किसी तरह समाजवादी पार्टी की आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड हो गई। उसके साथ ‘समाजवादी पार्टी यूथ विंग की प्रेस रिलीज’ लिखा गया था। हालांकि, अभी यह पता नहीं लग पाया है कि उस प्रेस रिलीज को कैसे और किसने वेबसाइट पर डाल दिया था।
गौरतलब है कि अखिलेश यादव और उनके चाचा शिवपाल यादव में काफी दिनों से खटपट चल रही है। मीडिया के सामने अखिलेश कई बार कह चुके हैं कि चाचा से उनकी लड़ाई पारिवारिक ना होकर राजनीतिक है। दरअसल, यह लड़ाई बाहुबली मुख्तार अंसारी की पार्टी कौमी एकता दल के विलय को लेकर शुरू हुई थी। शिवपाल ने अखिलेश से पूछे बिना कौमी एकता दल का विलय समाजवादी पार्टी में कर लिया था। इसपर अखिलेश गुस्सा हो गए थे और उन्होंने विलय को रद्द कर दिया था। काफी खींचतान के बाद अब कौमी एकता दल फिर से समाजवादी पार्टी का हिस्सा बन गई है।
वीडियो: Speed News

