उत्तर प्रदेश के किसानों के घरों तक खुशहाली पहुंचाना समाजवादी पार्टी की सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। हम हर हाल में प्रदेश के चौहमुखी विकास के साथ किसानों को उनकी फसल का सही मूल्य देंगे। खेती में महिलाएं पुरुषों के बराबर योगदान करती हैं। महिला सशक्तीकरण पर सरकार पूरा ध्यान दे रही है। प्रदेश के प्रत्येक गांव तक इस मुहिम को जल्द पहुंचाने की योजना पर काम जारी है। यह बात मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कही। वे आज अपने सरकारी आवास पर आयोजित कृषि से जुड़ी महिलाओं को कृषि कार्य में प्रयोग किये जाने वाले उपकरण को वितरित करने के बाद कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे।
प्रदेश के कृषि विभाग द्वारा आयोजित कृषि में महिलाओं की आर्थिक भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए महिलाओं का सशक्तिकरीण विषयक कार्यक्रम में बोलते हुए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में खेती में अहम योगदान दे रही महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए समाजवादी पार्टी की सरकार काम कर रही है। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रदेश सरकार और कृषि विभाग कई योजनाएं संचालित कर रहा है। इन योजनाओं के व्यापक रूप से प्रभावी होने से प्रदेश में बड़ी संख्या में महिलाओं को लाभ पहुंचेगा।
केन्द्र सरकार पर चुटकी लेते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय परिप्रेक्ष में यदि कृषि, गांव और किसान की बात की जाय तो केन्द्र सरकार के पास जो आंकड़े मौजूद हैं वे अच्छे नहीं हैं। वे देश की सच्चाई बता रहे हैं। वक्त ऐसी योजनाओं को अमल में लाने का है जिसका सीधा लाभ किसानों तक पहुंचे और उनके जीवन स्तर में सुधार हो।
प्रदेश सरकार की उपलब्धियों का बखान करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों के हितों को ध्यान में रखकर उनकी सरकार कई योजनाएं ला चुकी है। उन्होंने कहा कि इन्हीं योजनाओं की वजह से इस वर्ष प्रदेश में कहीं भी न तो खाद की किल्लत हुई और न ही बीज के लिए किसानों को भटकना पड़ा।
महिला सशक्तिकरण की बात करते हुए उन्होंने कहा कि जब तक देश की आधी आबादी खुशहाल नहीं हो जाती, देश खुशहाल कभी नहीं हो सकता। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने इटावा, इलाहाबाद, जालौन, लखनऊ, हरदोई, आजमगढ़ और कन्नौज के 11 महिला स्वयं सहायता समूहों को ट्रैक्टर प्रदान किए। साथ ही किसानों को खेती से सम्बन्धित समस्त जानकारी प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री ने दो दर्जन किसान सेवा रथों को झण्डी दिखाकर रवाना किया।