उत्तर प्रदेश के ललितपुर थाने में नाबालिग के साथ रेप का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव से लेकर कांग्रेस तक तमाम विपक्षी दल योगी सरकार को इस मामले में निशाने पर ले रहे हैं। अब राज्य के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने इस मामले में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि ऐसी सजा देंगे कि पुश्तें याद रखेंगी।
उन्होंने कहा कि मामले में सभी आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा, “दोषियों को बड़ी से बड़ी सजा दिलाएंगे और मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाया जाएगा। जिन पुलिसकर्मियों ने यह अपराध किया है उनके खिलाफ इतनी कड़ी कार्रवाई होगी की सात पुश्तें भी कराह उठेंगी।”
अखिलेश यादव ललितपुर जाकर पीड़िता के परिवार से मुलाकात करने वाले हैं। इस पर डिप्टी सीएम ने कहा कि विरोधी नेताओं से कहना चाहूंगा कि वे आपराधिक मामलों में किसी भी तरीके से राजनीतिकरण न करें। वो हमारी बेटी है उसके साथ घृणित कार्य हुआ है, सरकार कार्रवाई करेगी और दोषियों को किसी भी तरीके से नहीं छोड़ेगी।
वहीं, इस मामले में प्रियंका गांधी के सरकार पर हमले पर बृजेश पाठक ने कहा, “वे राजस्थान और छत्तीसगढ़ में जाकर देखें कि किस तरह से महिलाओं का उत्पीड़न और उनके साथ अत्याचार हो रहा है। शर्मनाक घटनाएं हो रही हैं लेकिन वहां जाने की इनके पास फुर्रसत नहीं है। यूपी में ये लोग पॉलिटिकल टूरिज्म करने के लिए आते हैं।”
अखिलेश का योगी सरकार पर बड़ा हमला
इससे पहले अखिलेश यादव ने ललितपुर में मासूम के साथ रेप मामले में योगी सरकार पर हमला बोला था। उन्होंने इसे बेहद गंभीर बताते हुए कहा कि राज्य की बिगड़ती कानून व्यवस्था के पीछे सरकार का अपराधियों के सामने नतमस्क होना मुख्य वजह है। उन्होंने आरोप लगाया कि कानून व्यवस्था लगातार बिगड़ती जा रही है। वहीं, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी योगी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि उन्नाव, हाथरस, प्रयागराज, चंदौली, ललितपुर…. राज्य में बेटियों के साथ बर्बरता का सिलसिला थम नहीं रहा है। उन्होंने कहा कि अगर रेप पीड़िताएं जेल में भी सुरक्षित नहीं है तो वे न्याय के लिए कहां जाएंगी। उन्होंने कहा कि हर मामले में सरकार की लचर कार्रवाई दिखती है।
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले के एक थाने के एसएचओ पर आरोप है कि उसने गैंगरेप की शिकायत दर्ज कराने आई 13 साल की पीड़िता का रेप कर दिया, जिसके बाद थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया गया है। इस मामले में अभी तक एसएचओ समेत छह लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा चुकी है। एसएचओ समेत चार की गिरफ्तारी हो चुकी है। पीड़िता का आरोप है कि पहले चार लोगों ने उसके साथ गैंगरेप किया और जब वह शिकायत दर्ज कराने पुलिस थाने गई तो एसएचओ ने भी उसका बलात्कार कर दिया।