कैबिनेट मंत्री उमा भारती ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि देश की करोड़ों जनता का आस्था का केन्द्र है राम मंदिर और इसी को देखते हुए हर संभव प्रयास किया जाएगा कि जल्द ही अयोध्या में राम मंदिर बने। क्योंकि अयोध्या में राम मंदिर बनने के लिए यह स्वर्णिम युग है। राम मंदिर निर्माण के मुद्दे को लेकर जब पत्रकारों ने पूछा कि क्या संसद में इस पर विधेयक लाया जाएगा तो पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए उमा भारती ने कहा कि समय बताएगा कि कैसे मंदिर का निर्माण कराना है।लेकिन यह सच है कि हर हाल में मंदिर बनेगा और विपक्ष भी चाहता है कि मंदिर बने पर वह राजनीतिक रोटियां सेकने के लिए सुप्रीम कोर्ट का हवाला दे रहा है। उसके बाद कानपुर के बिठूर मे स्वच्छता सम्मेलन संबोधित करते हुए आम जनमानस से भावनात्मक अपील करते हुए कहा कि गंगा को निर्मल बनाने में हमें आपका भी सहयोग चाहिए और इसमें इसमें सरकार तो गंगा को निर्मल बनाने के लिए अथक प्रयास कर रही है लेकिन जनसहभागिता बहुत जरूरी है।

लोगों को चाहिये कि गंगा को निर्मल बनाने के लिए जिस प्रकार से अपनी बेटी के लिए जिम्मेदारी निभाते हैं ठीक वैसे ही गंगा के लिए बेटी जैसी जिम्मेदारी निभाएं।उन्होंने कहा कि नदी और नारी एक समान है और दोनों को सुरक्षा की जरूरत है।हालांकि हम लोग गंगा को मां का दर्जा देते हैं और उसका सम्मान भी करते हैं पर उसका ख्याल नहीं रखते।जिस प्रकार घर में बेटी का जन्म होता है तो पिता उसके जन्म के साथ उसकी पढ़ाई-लिखाई से लेकर शादी तक बराबर चिंतित रहता है ठीक उसी प्रकार हमें गंगा को लेकर चिंतित होना चाहिये।जिस दिन लोगों में गंगा को लेकर मां जैसे सम्मान के साथ बेटी जैसी जिम्मेदारी के निर्वहन का आभास होने लगेगा उसी दिन से गंगा निर्मल की ओर तेजी से बढ़ने लगेंगी।गंगा को लेकर केन्द्र और प्रदेश सरकार बराबर प्रयासरत है। जबकि इससे पहले की किसी भी सरकार में इतनी संजीदगी नहीं दिखी।लेकिन सरकार की संजीदगी भर से काम चलने वाला नहीं है।ऐसे में जिस प्रकार बेटी की सुरक्षा और जिम्मेदारियों का निर्वहन किया जा रहा है ठीक उसी प्रकार लोगों को गंगा की जिम्मेदारियों का निर्वहन करें।जिससे मैं दावे के साथ कह सकती हॅूं कि वह दिन दूर नहीं होगा जब गंगा अपने पुराने स्वरूप में दिखायी देने लगेंगी।