Politics: समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान, उनकी पत्नी और बेटे को जन्म प्रमाणपत्र जालसाजी मामले में सात साल कैद की सजा सुनाई गई है। सजा सुनाए जाने के लगभग एक हफ्ते बाद उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय पार्टी प्रतिनिधिमंडल के साथ पूर्व सांसद से मिलने के लिए सीतापुर जेल जाएंगे। कांग्रेस का यह ताजा घटनाक्रम मध्य प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए सीट-बंटवारे तक पहुंचने में विफल रहने के बाद कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (सपा) के बीच चल रही कलह के बीच आया है।

पिछले सप्ताह से अजय राय और सपा प्रमुख अखिलेश यादव इस मुद्दे पर वाकयुद्ध में लगे हुए थे। यह पूछे जाने पर कि क्या आजम खान से मिलने का फैसला सपा नेतृत्व को परेशान कर सकता है? राय ने कहा, “ऐसा नहीं होना चाहिए। हम सहयोगी हैं। यह इंडिया गठबंधन के लिए अच्छी बात है।

हालांकि, उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा, ”अखिलेश जी अब तक उनसे (आजम खान से) क्यों नहीं मिले, इस पर हम कुछ नहीं कह सकते।” हालांकि आज़म खान से मिलने का निर्णय, जिन्हें कांग्रेस नेता “यूपी में सबसे बड़े मुस्लिम नेता” के रूप में बताते हैं। अजय राय की आजम खान से मुलाकात का मकसद कांग्रेस पार्टी राज्य में मुस्लिम समुदाय एक संकेत भेजने की कोशिश कर रही है कि वो इस कठिन दौर में आजम खान के साथ खड़ी है, जबकि सपा शायद नहीं है।’

यूपीसीसी सचिव (संगठन) अनिल यादव, जो राय के साथ सीतापुर जेल जाएंगे, उन्होंने कहा कि कांग्रेस आजम और उनके परिवार के लिए सड़कों पर भी “संघर्ष” करेगी। सपा के साथ चल रहे झगड़े को अधिक महत्व नहीं देते हुए उन्होंने कहा, ”हम इस कठिन समय में उनके (आजम) साथ खड़े रहेंगे और सहयोगी दल भी यही करते हैं। हम सपा के सहयोगी हैं और हम वही कर रहे हैं जो एक सहयोगी को करना चाहिए।”

पिछले हफ्ते आजम और उनके परिवार के सदस्यों को जेल भेजे जाने के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने एक्स पर एक पोस्ट में इसे “उत्पीड़न” बताया और कहा कि “न्याय के लिए, हर कोई उनके साथ खड़ा है, और ऐसा करना जारी रखेगा”। बुधवार को पत्रकारों से बातचीत में अखिलेश ने कहा कि वह राय के आजम से जेल में मिलने से नाखुश हैं। उन्होंने कहा, ”हर किसी को आजम साहब से मिलना चाहिए, लेकिन उस समय लोग कहां थे जब उन्हें फंसाया जा रहा था। कांग्रेस के नेता भी उन्हें फंसाने में लगे थे।