टैक्‍स देने में हराफेरी करने के मामले में शिकायत के बाद नोएडा के यथार्थ ग्रुप पर आयकर अधिकारियों ने छापेमारी की है। उनको लगातार टैक्‍स में हेर- फेर और अनएकाउंटेड ट्रांजेक्‍शन की शिकायत मिल रही थी। आयकर की टीम ने 19 अक्‍टूबर को सुबह साढ़े सात बजे यथार्थ ग्रुप के नोएडा, ग्रेटर नोएडा के अलावा कई अन्‍य ठिकानों पर एक साथ छापा मारना शुरू किया। इसमें आईटी की नोएडा यूनिट की भी मदद ली जा रही है। बता दें कि नोएडा का ये दूसरा सबसे बड़ा अस्‍पताल का ग्रुप है। इससे पहले मेट्रो और नियो अस्‍पताल पर भी इनकम टैक्‍स की रेड हो चुकी है। इस ग्रुप के अस्‍पताल नोएडा में सेक्‍टर – 110 के अलावा ग्रेटर नोएडा और ग्रैनो वेस्‍ट में भी है।

इसके अलावा इनके रीजनल कार्यालय और एडमिन से जुड़े लोगों के यहां भी छापा पड़ा है। बताया जा रहा है कि आयकर अधिकारी दस्‍तावेजों और उनको मिले इनपुट के आधार पर यथार्थ ग्रुप के पदाधिकारियों से सवाल जवाब कर रहे हैं। इस छापे के बीच अस्‍पताल की इनडोर और आउटडोर ओपीडी में मरीजों को कोई परेशानी नहीं है। बता दें दिल्‍ली यूनिट की कई टीम इस छापे को अंजाम दे रही हैं। यह रेड दो से तीन दिन तक चलने की संभावना जताई जा रही है।

यहां भी मारा था इनकम टैक्‍स का छापा

गौरतलब है कि नोएडा में इनकम टैक्‍स चोरी के मामलों की शिकायतें बढ़ती जा रही हैं। इसी साल इनकम टैक्‍स ने यूफ्लेक्स कंपनी पर सर्चिंग की थी। इनकम टैक्‍स की टीम ने यहां से आधा ट्रक भरकर मिलीं फाइलों की जांच की थी। टीम ने 120 कंप्‍यूटर हार्ड डिस्‍क और 50 डायरियां बरामद की थीं। टीम को इन डायरियों में बोगस लेन -देन दस्‍तावेज मिले थे। जब्‍त की गई 50 डारियों में 8 ऐसी थीं,जिनमें कोडिंग की गई थी। ये कोर्ड वर्ड लेनदेन से जुड़े थे।

इतने रुपयों का मिला था लेन-देन

उस समय इस ग्रुप पर इनकम टैक्‍स की रेड कई दिनों तक चली थी। इनकम टैक्‍स की सर्च में दस्‍तावेजों में करीब 1500 करोड़ रुपये के लेन-देन की गड़बड़ी मिली थी। इसके अलावा 1000 करोड़ रुपये के बोगस ट्रांजेक्‍शन के दस्‍तावेज भी मिले थे। आयकर अधिकारियों ने यहां 150 से अधिक कर्मचारियों से पूछताछ की थी। इनकम टैक्‍स की टीम को यहां 60 शैल कंपनियों का भी पता चला था करीब 20 ऐसे खते मिले थे, जिनमें 5 से 50 करोड़ रुपये से ज्‍यादा के ट्रांजेक्‍शन किए गए थे।