कर्नाटक से शुरू हुआ हिजाब विवाद अभी भी थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में हिजाब को लेकर छात्राओं ने प्रदर्शन किया है। बताया जा रहा है कि कुछ छात्राएं अपनी प्रिंसिपल से बात करने पहुंची तो कथित रूप से उन्होंने बात करने से मना कर दिया और छात्राओं को कॉलेज से बाहर जाने के लिए कह दिया। इसके बाद छात्राएं सड़कों पर आ गईं और उन्होंने प्रिंसिपल के खिलाफ नारेबाजी करनी शुरू कर दी।

ये मामला मोदीनगर के गिन्नी देवी डिग्री कॉलेज का है। इन छात्राओं का कहना है कि प्रिंसिपल कुछ छात्राओं को हिजाब में देखकर नाराज हो गईं और उन्हें कमरे से बाहर जाने के लिए कह दिया। इसके बाद छात्राओं ने काफी देर तक प्रिंसिपल के कमरे के बाहर उनका इंतेजार किया।

प्रदर्शन कर रही छात्राओं ने बताया कि कुछ लड़कियों के मसले थे जो सिर्फ प्रिंसिपल से बात करके ही हल किए जा सकते थे। प्रिंसिपल ने हिजाब की वजह से उनसे बात करने से मना कर दिया और कमरे से बाहर निकाल दिया। छात्राओं ने बताया कि प्रिंसिपल ने उनसे कहा कि हिजाब वाली लड़कियों से मैं बात नहीं करूंगी आप बाहर जाओ क्योंकि आप यूनिफॉर्म में नहीं हो।

छात्राओं ने बताया, “हमें प्रिंसिपल मैम की यह बात अच्छी नहीं लगी इसलिए हमने उनका विरोध किया।” उन्होंने कहा कि प्रिंसिपल ऑफिस के बाहर भी उन्होंने आधे घंटे से ज्यादा इंतेजार किया और जब प्रिंसिपल से कहा कि आपका वीडियो बनाकर हम डाल दें, तो वे बोलीं कि कुछ भी करो मुझे फर्क नहीं पड़ता है। छात्राओं ने कहा कि इसके बाद उन्हें कॉलेज से बाहर यह कह कर निकाल दिया कि वे यूनिफॉर्म में नहीं हैं।

छात्राओं का आरोप है कि पहले भी उनके साथ ऐसा हो चुका है और प्रिंसिपल कहती हैं कि वे हिजाब वाली लड़कियों से बात नहीं करेंगी। छात्राओं ने कहा कि उन्होंने बाहर सड़कों पर प्रदर्शन किया तो पुलिस आ गई। इसके बाद पुलिसकर्मी छात्राओं के साथ प्रिंसिपल ऑफिस गए। प्रिंसिपल ने पुलिस से कहा कि ये बच्चे यूनिफॉर्म में नहीं थे इसलिए उन्हें कॉलेज से बाहर जाने के लिए कहा गया। वहीं, प्रिंसिपल का कहना है कि कॉलेज में छात्रों को टैबलेट बांटे जा रहे थे उन्होंने छात्रों से कहा कि आप यूनिफॉर्म में आइए। इसी पर बच्चों को कुछ लगा होगा।