गुजरात में 10वीं की परीक्षा के दौरान ही सोशल मीडिया पर हिंदी का पेपर लीक हो गया। पेपर लीक होते ही हंगामा मच गया और जांच की बात कही जाने लगी। वहीं बोर्ड के चेयरमैन ने इस मामले पर सफाई देते हुए कहा है कि इसे लीक नहीं कहा जा सकता है, हो सकता है कि किसी छात्र ने परीक्षा के बाद फोटो सोशल मीडिया पर डाल दिया हो।
मिली जानकारी के अनुसार जब छात्र परीक्षा हॉल के अंदर परीक्षा दे रहे थे, तभी जवाबों के सेट के साथ पेपर सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। पेपर के लीक होने पर जब हंगामा मचा तो बोर्ड की ओर से सफाई भी आ गई। बोर्ड के चेयरमैन एजे शाह ने कहा कि पेपर लीक नहीं हुआ था, हो सकता है किसी छात्र ने पेपर देने के बाद इसका फोटो लेकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया हो।
शाह ने कहा कि इस मामले की जांच के लिए साइबर क्राइम ब्रांच की मदद ली जाएगी। पेपर किसने वायरल किया और कहां से अपलोड हुआ इसकी जानकारी सामने आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।
पेपर के लीक होने को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी पर बड़ा हमला बोला है। कांग्रेस गुजरात के शिक्षा मंत्री जीतू वघानी के इस्तीफे की मांग कर रही है, राज्य में पेपर लीक होने के लगातार मामलों को लेकर कांग्रेस ने कहा- “पहले केवल भर्ती परीक्षा के पेपर लीक होते थे, अब कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षाएं भी उसी दायरे में आ रही हैं।”
बता दें कि अकेले गुजरात में ही कई बार प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक हो चुके हैं। ऐसे कई मामलों में जांच चल रही है। ऐसे में 10वीं का पेपर लीक होना बीजेपी सरकार के लिए मुसीबत बन सकता है। ऐसा नहीं है कि सिर्फ गुजरात में ही पेपर लीक हो रहे हैं। यूपी, राजस्थान समेत कई राज्यों में पेपर लीक होने की खबरें आती रहती हैं। हाल ये है कि पेपर लीक होने के कारण हजारों छात्रों का भविष्य अधर में लटका हुआ है।