उत्तर प्रदेश के एटा में एक पूर्व फौजी ने 20 घंटे तक कोहराम मचाये रखा। इस शख्स ने अपने परिवार और पड़ोसियों के लोगों को 20 घंटे तक बंधक बनाकर रखा और अंधाधुंध गोलियां चलाई। इसकी करतूत से पूरे इलाके में खलबली मच गई। इस शख्स का आतंक ऐसा रहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस अकेले इसको अपने काबू में नहीं कर सकी। इसके काबू में करने के लिए 60 कमांडो बुलाने पड़े तभी इसे वश में किया जा सका। इस फौजी का नाम अवधेश यादव है। इस शख्स ने अपने 18 साल की बेटी, 15 साल के बेटे और अपने पिता के अलावा अपने मकान मालिक के दो रिश्तेदारों को बंदूक की नोक पर घंटों तक कैद रखा। सोमवार को एटा में कई घंटे तक अफरा-तफरी मची रही। इस शख्स के डर से लोग घरों में दुबके रहे। पुलिस ने बताया कि इस शख्स को मानसिक दौरा पड़ा था। वह कुछ-कुछ देर में फायरिंग करता और कहता कि वह ‘कवर फायर’ कर रहा है और ‘दुश्मन ने सरेंडर’ कर दिया है। इसके अलावा जैसे ही पुलिस या पड़ोसी उससे संपर्क स्थापित करने की कोशिश करते वह गोलियां चलाना शुरू कर देता। ऐसा देखकर पुलिस भी पीछे हट गई।
सोमवार (15 जनवरी) दिन में शुरू हुआ यह ड्रामा मंगलावर तड़के तक चला। लगभग 20 घंटे तक हंगामा करने के बाद यह शख्स सो गया था। तभी पुलिस ने चुपके से इस शख्स के बच्चों से संपर्क स्थापित किया, पुलिस ने बच्चों को कहा कि वे लगो मौका लगते ही उसके बंदूक को छुपा दें। जैसे ही पुलिस इस बात को लेकर आश्वस्त हो गई कि पूर्व फौजी के बंदूक को रख लिया गया है। पुलिस ग्राउंड फ्लोर पर पहुंची और उसे दबोच लिया। पुलिस के मुताबिक ये फौजी 2014 में रिटायर हुआ था, घटना के वक्त उसने एक राइफल रख रखा था। पुलिस का कहना है कि यह शख्स दिल्ली में सिक्युरिटी गार्ड की नौकरी करता था और दिमागी रूप से असंतुलित था।
पड़ोसियों के मुताबिक यह शख्स दिल्ली में अपने मकान मालिक के घर भी फायरिंग कर चुका था। इसके बाद इसके परिवार वाले उसे दिल्ली से एटा लाये। एटा वह रविवार को ही पहुंचा था। गांव वालों का कहना है कि 10 साल पहले भी यह शख्स ऐसे ही दौरे का शिकार हो चुका है।

