उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। गठबंधन के साथियों के साथ पहले से ही सपा की तकरार चल रही है। वहीं अब यूपी एसटीएफ के निशाने पर योगी सरकार में पूर्व मंत्री रहे और सपा एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्या हैं। यूपी एसटीएफ ने सपा एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्या से सोमवार को एक घंटे तक पूछताछ की।
स्वामी प्रसाद मौर्या के पीए पर आरोप है कि जब स्वामी प्रसाद मौर्या योगी सरकार के पहले कार्यकाल में मंत्री रहे थे, उस दौरान उनके अरमान खान नाम के पीए ने कई लोगों से सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर फर्जीवाड़ा किया था। यूपी एसटीएफ ने इसी मामले में स्वामी प्रसाद मौर्या से पूछताछ की है। अप्रैल महीने में ही एसटीएफ ने स्वामी मौर्या के पीए अरमान खान और उसके गिरोह के कई सदस्यों को गिरफ्तार किया था।
एसटीएफ ने स्वामी प्रसाद मौर्या के पीए और उसके गिरोह के कब्जे से बड़ी संख्या में मार्कशीट और आधार कार्ड भी बरामद किया था। इसके साथ ही एसटीएफ ने कुछ सरकारी दस्तावेज भी बरामद किये थे। ये पूरा फर्जीवाड़ा तब सामने आया था, जब स्वामी प्रसाद मौर्य योगी सरकार में मंत्री थे।
बता दें कि यूपी एसटीएफ ने 21 अप्रैल को स्वामी प्रसाद मौर्या के पीए अरमान और उसके गिरोह के लोगों को गिरफ्तार किया था। एसटीएफ के अनुसार इन लोगों ने करोड़ों की ठगी की है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अरमान के गिरोह के सदस्य असगर अली ने पुलिस को बताया था कि वह कई विभागों में आउट सोर्सिंग पर काम कर चुका है और वह सरकारी पत्र और विभागों की जानकारी रखता है।
जब पुलिस ने इनको गिरफ्तार किया था, उस दौरान हजरतगंज इलाके में छापेमारी के दौरान 57 साइन किए हुए चेक, 22 नियुक्ति पत्र, 5 आईडी कार्ड, दो बिना साइन किए हुए सचिवालय पास और 14 लोगों का शैक्षिक प्रमाण पत्र बरामद किया था। असगर अली ने बताया था कि वह बेरोजगार लड़कों को फंसाने का काम करता था और अरमान के माध्यम से इस गैंग से जुड़ा था। वह अरमान खान से ट्रांसफर पोस्टिंग के लिए फोन भी करवाता था।
