नयति हेल्थकेयर की चेयरपर्सन नीरा राडिया और आठ पर एक कोविड -19 मरीज के इलाज में कथित लापरवाही के लिए मामला दर्ज किया गया है। मरीज की मौत अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद हो गई थी। पुलिस ने ये जानकारी दी है। वहीं दिल्ली में लगातार तीसरे दिन एक हजार से ज्यादा कोरोना के मामले मिले हैं।
कृष्णानगर क्षेत्र की रहने वाली भगवती वर्मा ने नयति मेडिसिटी अस्पताल प्रबंधन पर अपने पति के इलाज में लापरवाही बरतने और कोविड दिशा-निर्देशों का पालन नहीं करने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज करवाई है। महिला की ओर से जैंत थाने में दर्ज कराई गई शिकायत के मुताबिक अस्पताल ने बिना किसी पूर्व सूचना के मरीज को छुट्टी दे दी थी।
उसने आगे आरोप लगाया कि उसके पति को पिछले साल कोरोना हुआ था और उन्हें 10 मई 2021 को नयति अस्पताल में भर्ती कराया गया था। महिला ने कहा कि उसके पति को 15 मई को छुट्टी दे दी गई और बाद में उनकी मृत्यु हो गई। महिला ने यह भी दावा किया कि अस्पताल ने धोखे से इलाज के खर्च के रूप में उससे 1.90 लाख रुपये से अधिक ले लिए।
पुलिस ने बताया कि नीरा राडिया, अस्पताल निदेशक नरेंद्र सिंह, सीनियर अकाउंटेंट अधिकारी सुनील, अकाउंटेंट अधिकारी बालकिशन चतुर्वेदी, फाइनेंस डायरेक्टर यतीश बहल, फाइनेंस कंट्रोलर हेमंत जावा, चंदन सिंह और सागर टुटेजा के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस उपाधीक्षक (सदर) प्रवीण मलिक ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और जल्द ही गिरफ्तारियां की जाएंगी।
बता दें कि राडिया पहले कॉरपोरेट लॉबिस्ट थीं। 2009 में कुछ टेप सामने आने के बाद वह सुर्खियों में आईं, जिसमें कथित तौर पर 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन पर सरकारी फैसलों को प्रभावित करने में उनकी भूमिका का संकेत दिया गया था। उन्हें पिछले साल दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने एक मामले के सिलसिले में तलब किया था।
दिल्ली कोरोना- राजधानी में लगातार तीसरे दिन कोरोना के हजार से ज्यादा मामले मिले हैं। पिछले 24 घंटों में 1083 नए मामले दर्ज किए गए हैं। इसके अलावा एक मरीज की मौत कोरोना से हो गई है।