27 महीने तक जेल में रहने के बाद 20 मई को आजम खान जेल से बाहर आए तो उनका कहना था कि समाजवादी पार्टी के नेता ने उनसे कहा था कि जब एक इंस्पेक्टर जेल में उन्हें धमकी दे सकता है तो अंडरग्राउंड हो जाओ। तुम्हारे खिलाफ कई मामले हैं, तुम्हारा एनकाउंटर भी हो सकता है। आजम का कहना था कि यह कहना मुश्किल है कि इस तरह के खतरों के बीच मेरी सफर क्या है।
उनकी बात बुधवार को उस समय सच साबित हुई जब समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और रामपुर शहर के विधायक आजम खान के खिलाड़ बुधवार को एक और मुकदमा दर्ज किया गया। गवाह को धमकाने के आरोप में यह नया मुकदमा दर्ज किया गया है। मुकदमा दर्ज होते ही पुलिस ने इसकी जांच पड़ताल शरू कर दी। रोचक बात है कि आजम इस समय अस्पताल में दाखिल हैं।
आजम खान को लखनऊ के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दरअसल, आजम खान के फेफड़ों में संक्रमण का पता चला है, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। फिलहाल क्रिटिकल केयर टीम आजम खान की निगरानी कर रही है। डॉक्टरों की मानें तो उनकी हालत फिलहाल स्थिर है। लेकिन बावजूद इसके यूपी सरकार के साथ रामपुर प्रशासन को लगता है कि वो अपने खिलाफ दर्ज मुकदमों के गवाहों को धमका रहे हैं।
उधर पिता पर एक और मुकदमा दर्ज होते ही उनके बेटे अब्दुल्ला आज़म एसपी से मिलने पहुंच गए और मुरादाबाद मंडल कमिश्नर पर जमकर निशाना साधा। अब्दुल्ला आजम ने कहा कि रामपुर में मजाक चल रहा है। पहले बकरी चोरी, भैंस चोरी अब गवाहों को धमकाने का आरोप। ये सब क्या है। उनके वालिद अस्पताल में भर्ती हैं लेकिन इसके बावजूद केस दर्ज हो रहें हैं।
मुरादाबाद के मंडल कमिश्नर पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि एक अफसर हैं जो एक परिवार को मिटाने की कोशिश में हैं। सरकार ने उन्हें रामपुर में हमें खत्म करने के लिए ही बिठा रखा है। गौरतलब है कि आजम खान के खिलाफ यूपी सरकार ने 88 मुकदमे दर्ज कराए थे। सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के बाद उन्हें जमानत पर रिहा किया गया था। हालांकि आजम अभी भी अपने पुराने तेवरों में हैं। बीते दिनों लुलु मॉल पर भी वो जमकर बोले थे।