पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शुक्रवार की शाम को जब वाराणसी से लौट रही थीं तो उनके विमान के हवा में परेशानी का सामना करना पड़ा था। फिलहाल ये मामला तूल पकड़ने लगा है। बंगाल सरकार ने शनिवार को डीजीसीए से रिपोर्ट मांगी है। सरकार का कहना है कि विमान को तेजी से नीचे लाए जाने के क्रम में ममता की पीठ में चोट आई है। ममता, दसॉल्ट फाल्कन 2020 विमान पर सवार थीं। यह एक हल्का विमान है जिसमें अधिकतम 19 लोग यात्रा कर सकते हैं।
NDTV की खबर के मुताबिक ममता सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि राज्य सरकार डीजीसीए से यह भी जानना चाहती है कि वाराणसी से जिस विमान में मुख्यमंत्री कोलकाता लौट रही थीं, क्या वह उसी मार्ग से होकर गुजरा, जिसकी उसे पूर्व अनुमति दी गई थी। ममता उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के लिए प्रचार कर लौट रही थीं।
डीजीसीए के एक अधिकारी ने कहा कि उन्होंने रिपोर्ट तैयार करने का कार्य शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि हम इस तरह के सभी मामलों में जांच करते हैं और जो वीवीआईपी से संबद्ध होते हैं और उन्हें प्राथमिकता देते हैं। हमने अपनी रिपोर्ट तैयार करने का कार्य शुरू कर दिया है।
शुक्रवार की शाम वाराणसी एयरपोर्ट से ममता बनर्जी को ले जा रहा चार्टर्ड विमान एक एयर पॉकेट से टकरा गया था। घटना में हिल गया था। हालांकि, पायलट ने विमान नेताजी सुभाष चंद्र अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर सुरक्षित लैंड कराया। लेकिन ममता को हादसे में चोट लग गई।
उधर, तृणमूल ने शनिवार को इस घटना की एक उच्च-स्तरीय जांच की मांग की। सांसद सुखेंदु शेखर रॉय ने कहा कि यह एक गंभीर विषय है और इससे मुख्यमंत्री को खतरा पैदा हुआ। उन्होंने कहा कि डीजीसीए द्वारा एक उच्च-स्तरीय जांच होनी चाहिए, जिसमें विमानन के दृष्टिकोण से सभी पहलू शामिल रहें। सुरक्षा पहलू पर एक अन्य जांच केंद्र को करनी चाहिए, क्योंकि मुख्यमंत्री को जेड श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त है।
रॉय ने कहा कि पार्टी कारण जानना चाहती है कि मुख्यमंत्री के विमान को अतीत में भी पटना से कोलकाता और बागडोगरा से कोलकाता के बीच इसी तरह की समस्या का सामना क्यों करना पड़ा था।