देश में इन दिनों ज्ञानवापी मस्जिद में सर्वे कराए जाने के मामले और औरंगजेब को लेकर राजनीतिक बयानबाजी जारी है। इस मुद्दे को लेकर टीवी डिबेट्स में भी तीखी बहस हो रही है। एक टीवी चैनल पर इसी मुद्दे पर राजनीतिक दलों के प्रवक्ताओं के बीच बहस हो रही थी, तभी एक युवक ने भाजपा प्रवक्ता से सवाल कर दिया, “आप कुतुब मीनार और ज्ञानवापी की बात करते हैं, लेकिन हमारा रोजगार खतरे हैं, हमारा व्यापार खतरे में है।”

‘आजतक’ के डिबेट शो ‘दंगल’ में औरंगजेब और ज्ञानवापी पर डिबेट के बीच, एक युवक ने भाजपा के प्रवक्ता से पूछा, “यूपी में एसआई की 9 हजार भर्तियां आई थीं, आपकी सरकार में 20-20 लाख में कैसे वो सीटें बिक गईं? हमारा भविष्य कौन देखेगा? 20-20 लाख में सीट बेच दी गई।” युवक ने बताया कि वह एलएलबी का छात्र है। वहीं, युवक के इस सवाल पर समाजवादी पार्टी ने भाजपा पर निशाना साधना शुरू कर दिया।

इसी तरह, एक अन्य युवक आगे आया और भाजपा प्रवक्ता से उसने पूछा कि वे बताएं कि पिछले दो सालों में आपने कितनी भर्तियां निकाली हैं और उसका पूरा ब्योरा दे दीजिए।” युवक ने कहा कि हम देश की सेवा के लिए पढ़ रहे हैं, मंदिर-मस्जिद के लिए नहीं पढ़ रहे हैं।

भाजपा प्रवक्ता प्रेम शुक्ला ने रोजगार के मुद्दे पर युवक के सवालों का जवाब देते हुए कहा, “चार लाख सरकारी भर्तियां उत्तर प्रदेश सरकार ने दीं। हमने 9 करोड़ लोगों को रोजगार दिया है (पूरे भारत में), पीएम मोदी ने संसद में सेक्टर के हिसाब से किसको कितना रोजगार मिला, इसकी पूरी जानकारी दी थी। वे पहले प्रधानमंत्री हैं, जो संसद में खड़े होकर रोजगार पर आंकड़े देते हैं।”

बढ़ती महंगाई और रोजगार के मुद्दे पर विपक्ष लगातार भाजपा सरकार पर निशाना साधता रहा है। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने श्रीलंका संकट के बहाने केंद्र की मोदी सरकार को घेरते हुुए कहा कि सरकार अगर राशन बांटना बंद कर दे तो देश में श्रीलंका जैसे हालात पैदा हो सकते हैं क्योंकि देश में रोजगार है ही नहीं।