अब डायल 100 का क्विक एक्शन रेलवे स्टेशन, ट्रेन और प्लेटफार्म पर भी देखने को मिलेगा। यूपी डायल 100 के साथ जीआरपी के कंट्रोल रूम को जोड़ दिया गया है। जल्द ही इसका उद्घाटन भी हो जाएगा। यहां पर फोन से मदद मांगने वालों की लोकेशन और पास का थाना कंट्रोल रूम में फोन रिसीव करने वाले की स्क्रीन पर दिखेगी।
प्रदेश पुलिस के मुखिया डीजीपी ओपी सिंह गुरुवार को इसका उद्घाटन करेंगे। राज्य में जीआरपी के 65 थाने, एसपी लेवल पर 6 कंट्रोल रूम और एक कंट्रोल रूम लखनऊ के इंदिरा भवन स्थित जीआरपी मुख्यालय पर है। इतनी ही नहीं जीआरपी के सभी थानों की जिओफेसिंग और जिओमैपिंग की गई है। डायल 100 पर अपराध या अन्य शिकायत की कॉल लेने के बाद इसकी जानकारी जीआरपी के कंट्रोल रूम को दे दी जाएगी। फिर यहीं से संबंधित थाने को डिटेल भेज दी जाएगी। वहीं, पहले से मौजूद हेल्प लाइन नंबर 1912 औऱ 9454402544 भी चलते रहेंगे।
बता दें कि डायल 100 की शुरुआत दो साल पहले पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने की थी। इसकी कार्यप्रणाली देख पड़ोसी राज्य बिहार में भी इसी तर्ज पर इमरजेंसी सर्विस शुरु की थी। लेकिन बीते साल यूपी में सरकार बदलने के साथ अखिलेश सरकार की शुरु की अन्य योजनाओं के साथ इसे भी बंद करने के कयास लगाए जाने लगे थे।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री याेगी आदित्यनाथ शुरुआती दिनों में ही इसकी कार्यप्रणाली से खुश नहीं थे। सहारनपुर में याेगी आदित्यनाथ ने साफ कह दिया था कि इसकी कार्यप्रणाली में अमूल-चूल परिवर्तन की जरूरत है। उन्हाेंने पुलिस अफसराें काे निर्देश भी दिए कि यूपी 100 पुलिस टीम की गतिविधियाें पर पैनी नजर रखी जाए।