उत्तर प्रदेश के लखनऊ में बना लुलु मॉल चर्चा का विषय बना हुआ है। मॉल के उद्घाटन के साथ ही विवाद शुरू हो गया। लेकिन लखनऊ वासी और उत्तर प्रदेश के अन्य हिस्सों से आये हुए लोग लुलु मॉल का दीदार करने पहुँच रहे हैं। मॉल के उद्घाटन के 10 दिन के अन्दर ही करीब 10 लाख से अधिक लोग मॉल का दीदार कर चुके हैं। यानी हर दिन मॉल में करीब 1 लाख लोग पहुँच रहे हैं।

लुलु मॉल में छुट्टियों के दिन (वीकेंड) करीब 2.5 लाख लोग मॉल का दीदार करने पहुंचे। एक रिपोर्ट के अनुसार मध्य प्रदेश, राजस्थान, बिहार और एनसीआर के कुछ हिस्सों लोग 2.2 मिलियन वर्ग फुट में फैले मॉल को देखने आ रहे हैं। इस मॉल में एक बार में लगभग 65,000 लोग आ सकते हैं।लुलु मॉल जहां स्थित है, वहां न सिर्फ यात्रियों, बल्कि ई-रिक्शा, कैब और ऑटो चालकों को भी अच्छा कारोबार मिल रहा है। पहले शहीद पथ पर सार्वजनिक परिवहन के ज्यादा विकल्प नहीं थे, लेकिन अब बस सेवाएं, ऑटो, बाइक-टैक्सी सेवाएं शुरू हो गई हैं।

लुलु मॉल के क्षेत्रीय निदेशक जयकुमार गंगाधरन ने न्यूज़ 18 से बात करते हुए कहा, “लोगों की प्रतिक्रिया अच्छी रही है। अब तक हमें रोजाना 1 लाख विजिटर्स मिल रहे हैं। यहां आने वाले लोग खुश हैं, आप उनके चेहरे पर मुस्कान देख सकते हैं, चाहे वह बच्चे हों, किशोर हों या बुजुर्ग। विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचे और सुविधाओं के साथ हर कोई अपनी जरूरतों को एक छत के नीचे पूरा कर रहा है। लोग अपनों के साथ सेल्फी लेते हुए तस्वीरें क्लिक कर खुश हो रहे हैं। लुलु में आना एक विश्वस्तरीय अनुभव है।”

लुलु मॉल के खुलने के ठीक 3 दिन बाद ही एक विवाद सामने आया था, जिसमे कुछ मुस्लिम युवकों ने मॉल के अंदर नमाज पढ़ी। सोशल मीडिया पर इसको लेकर विरोध दर्ज कराया गया था और उसके बाद कुछ हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता वहां पहुंच गए और हनुमान चालीसा पढ़ने का प्रयास करने लगे। पुलिस ने इस दौरान कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया।

लुलु मॉल को लेकर हुए विवाद पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रशासन को चेतावनी दी थी और इसके बाद प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए मॉल के अन्दर नमाज पढ़ने वालों को गिरफ्तार किया था।