शासन और प्रशासनिक स्तर पर भले ही कोरोना को लेकर स्थिति सामान्य या पूरी तरह से नियंत्रित बताई व दिखाई जा रही है, लेकिन एकाएक जांच केंद्रों पर बढ़ती भीड़, स्कूल में बच्चों को भेजने में असमंजस की स्थिति और हाल ही में उत्तर प्रदेश के एनसीआर के दायरे वाले शहरों में मास्क पहनने की अनिवार्यता वास्तविकता बताने के लिए पर्याप्त है कि कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है। इसलिए एहतियाती खुराक, बच्चों के टीकाकरण की दोनों खुराक, स्कूलों में कोरोना प्रावधानों का पालन करने, लक्षण दिखते ही जांच कराने और स्वास्थ्य विभाग को सूचना देने, मास्क ना पहनने पर जुर्माना आदि को लेकर तेजी शुरू हो गई है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने लखनऊ समेत सात जिलों में मास्क को जरूरी कर दिया है। जिन जिलों में मास्क को अनिवार्य कर दिया गया है, उनमें राजधानी दिल्ली से सटे एनसीआर के गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, हापुड़ मेरठ, बुलंदशहर और बागपत शामिल हैं। मास्क न पहनने वालों से जुर्माना वसूला जाएगा। वहीं, उत्तर प्रदेश सरकार ने कोरोना संक्रमित राज्यकर्मियों को एक महीने का विशेष अवकाश देने की घोषणा की है। गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद आदि में संक्रमित मरीजों के नमूनों की जीनोम अनुक्रमण में ओमीक्रान बहुरूप पाया गया है।
कोविड टीकाकरण कार्यक्रम (गौतमबुद्ध नगर) प्रभारी डा. स्मिथ यादव के मुताबिक 12 से 14 वर्ष की आयु वर्ग के बच्चों का केवल 50 फीसद ही टीकाकरण हुआ है। इसकी लक्ष्य प्राप्ति के लिए स्कूलों और अभिभावकों के सहयोग की जरूरत है। स्कूलों के सहयोग से टीकाकरण की रफ्तार बढ़ सकती है। इस आयु वर्ग के 34,828 बच्चों को प्रथम खुराक ली है। यह लक्ष्य का 50 फीसद है। वहीं, 18 से 44 वर्ष के वर्ग में टीकाकरण को लेकर सबसे ज्यादा उत्साह रहा।
इस आयु वर्ग में 15.43 लाख ने पहली और 11.79 लाख लोगों ने दूसरी खुराक ली है। जो लक्ष्य के सापेक्ष 143 फीसद और 109 फीसद है। इसी तरह 45 से 59 आयु वर्ग के लोगों में भी अच्छा उत्साह दिखा है। डाक्टरों ने सार्वजनिक स्थानों पर दो गज की सुरक्षित दूरी, अनावश्यक किसी चीज को छूने से बचे, हाथ नियमित साबुन पानी से धोने को जरूरी बताया है। लक्षण नजर आने पर बच्चे स्कूल न जाएं, खुद भी सुरक्षित रहें, औरों को भी सुरक्षित रखने में सहयोग करें। खास तौर पर इन दिनों शादियां-समारोह के कारण अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है।
गौतमबुद्ध नगर में 21-22 अप्रैल को टीकाकरण अभियान : कोविड टीकाकरण बढ़ाने के लिए गौतमबुद्ध नगर में 21 और 22 अप्रैल को स्कूलों में टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा। इस बार जिले गांवों में भी शिविर लगा कर बच्चों का टीकाकरण किया जाएगा। अप्रैल के दौरान सामने आए 90 फीसद मामले नोएडा और ग्रेटर नोएडा के शहरी इलाकों में मिले हैं। जबकि ग्रामीण परिवेश वाले जेवर और दनकौर में कोई नया मामला नहीं आया है। मार्च 2020 के बाद जिले में कुल 99,043 कोरोना के मामले आए हैं जिसमें से दस हजार से ज्यादा मामले 20 साल से कम उम्र के लोग हैं।
आनलाइन पढ़ाई की मांग
18 वर्ष से कम उम्र के संक्रमितों की संख्या बढ़ने से अभिभावक चिंतित है। दिल्ली-एनसीआर में कोरोना के मामले बढ़ने पर वे अब स्कूलों में आनलाइन कक्षाओं के संचालन की मांग कर रहे हैं। ग्रेनो वेस्ट के निवासियों ने प्रशासन से स्कूलों में आनलाइन कक्षाओं के संचालन का आदेश जारी करने की मांग की है। अभिभावकों का तर्क है कि बच्चे कोरोना से बचाव के लिए एहतियात नहीं बरत सकते। एक स्कूल बस में 50 से 60 बच्चों को ले जाया जाता है, वहां कैसे उचित दूरी के मानक का पालन कराया जा सकता है?