उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री संजय निषाद को लेकर विवाद छिड़ा हुआ है। संजय निषाद योगी मंत्रीमंडल में मत्स्य मंत्री हैं लेकिन पिछले कुछ दिनों से देखा जा रहा था कि उनके बेटे सांसद प्रवीण निषाद अपने पिता का कार्य देख रहे थे। घटना को लेकर सोशल मीडिया पर विवाद बढ़ा तो संजय निषाद भी हरकत में आए और बयान देते हुए कहा कि वे इस पूरे मामले की जांच करवाएंगे और जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।
दरअसल प्रवीण निषाद की एक सोशल मीडिया पोस्ट वायरल हुई थी जिसमें वो अपने पिता और यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री संजय निषाद का काम कर रहे थे। साथ ही संजय निषाद के विभाग (मत्स्य विभाग) के अधिकारी भी उनके प्रोटोकॉल का पालन कर रहे थे। प्रवीण निषाद पीलीभीत में शारदा सागर जलाशय का निरीक्षण करने पहुंचे थे और संबंधित अधिकारियों को निर्देश भी दिया था। इसी को लेकर लोगों ने संजय निषाद को घेरा था कि मंत्री पिता हैं और काम सांसद पुत्र कर रहे जिनके अधिकार क्षेत्र से बाहर का मामला है।
अब इस पूरे मामले पर कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए कहा कि, “वो इस पूरे मामले की जांच करवाएंगे और जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। अगर इसमें अधिकारी दोषी पाए गए और अधिकारियों ने उनके (प्रवीण निषाद) निर्देशों का पालन किया है तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी और अगर उनके बेटे दोषी पाए गए तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई होगी।”
ये थी प्रवीण निषाद की पोस्ट: 19 अप्रैल को सांसद प्रवीण निषाद ने सोशल मीडिया पर लिखा था कि, “आज पीलीभीत स्थित मत्स्य विभाग के ‘शारदा सागर जलाशय’ पर मत्स्य विभाग के मंडलीय अधिकारी श्री अनिल सिंह जी, शारदा सागर के प्रभारी श्री श्यामलाल निषाद जी ने निरीक्षण कर “मत्स्य डिपो” को उच्च सुविधायुक्त हाईटेक फिश मंडी के रूप में विकसित करने के लिए प्रस्तावित किया।”
बता दें कि प्रवीण निषाद यूपी के संतकबीरनगर लोकसभा सीट से सांसद हैं। जबकि संजय निषाद यूपी विधान परिषद के सदस्य हैं और योगी मंत्रीमंडल में मत्स्य मंत्री हैं। संजय निषाद, निषाद पार्टी के अध्यक्ष भी हैं। प्रवीण निषाद ने योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद गोरखपुर उपचुनाव में बीजेपी प्रत्याशी को हराकर जीत हासिल की थी और सुर्ख़ियों में आये थे।