देश में अजान और हनुमान चालीसा पर चल रहे विवाद के बीच उत्तर प्रदेश के गन्ना मंत्री लक्ष्मीनारायण की ओर से हनुमान जी के बारे में दिए गए एक बयान ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। उन्होंने अपने बयान में हनुमान जी की जाति तक बता दी। गौरतलब है कि कैबिनेट मंत्री लक्ष्मीनारायण सिंह ने विधानसभा में कहा कि “हनुमान जी तो जाट थे। हम सब उनकी संतान है और हुनमान जी बड़ा कौन है।”
उन्होंने अपने इस बयान पर मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि “मैंने विधानसभा में बयान दिया था कि हनुमान तो जाट था, नमाज क्या है, हनुमान जी के बारे में क्या बात करोंगे, हम हनुमान जी संतान हैं और उनका खून हमारी रगों में दौड़ रहा है। हनुमान जी बल, बुद्धि, विद्या और प्रत्येक कष्ट को हरते हैं। उनसे बड़ा कौन है पूरी दुनिया में और हर मनुष्य में निवास करते हैं। उनसे बड़ा कौन हो सकता है।”
योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण सिंह की पहचान उत्तर प्रदेश के बड़े जाट नेताओं में होती है। वे मथुरा की छाता विधानसभा से विधायक है। मार्च में हुए योगी सरकार 2.0 के शपथ ग्रहण समारोह में छठी बार कैबिनेट मंत्री बनें। चौधरी लक्ष्मी नारायण को पहेली बार 1996 में उद्यान मंत्री बनाया गया था। फिर वे लगातार दो बार कारागार मंत्री रहें। इससे पहले 2017 में योगी सरकार में उन्हें पशुपालन एवं दुग्ध विकास मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
लाउडस्पीकर पर विवाद: देश के कई राज्यों में लाउडस्पीकर से अजान को लेकर विवाद चल रहा है। महाराष्ट्र में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) के प्रमुख राज ठाकरे ने मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने की मांग की है। इस मुद्दे को लेकर राज ठाकरे का कहना है कि लाउडस्पीकर से आजाद एक धार्मिक मुद्दा नहीं बल्कि एक सामाजिक मुद्दा है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर 3 मई तक सभी मस्जिदों से लाउडस्पीकर नहीं हटता तो वह तेज आवाज में हर मस्जिद के बाहर हनुमान चालीसा बजाएंगे।
