सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने मंगलवार को अपने ऊपर हमले का आरोप लगाया था। इसके बाद ओम प्रकाश राजभर ने हमले की सूचना एसपी, एडीजी समेत सभी को दी थी और 16 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई थी। राजभर को पुलिस द्वारा कार्रवाई के लिए 24 घंटे का आश्वाशन मिला था, लेकिन अब उनके खिलाफ ही मुकदमा दर्ज हो गया है।
गाजीपुर के करीमुद्दीन थाने में बीजेपी कार्यकर्ताओं की तहरीर पर ओम प्रकाश राजभर सहित 15 लोगों के खिलाफ मुकदमा किया गया है। धारा 323, 504 और 506 के तहत करीब 15 ग्रामीणों पर भी मुकदमा दर्ज किया गया है।
ओम प्रकाश राजभर ने कहा, “हमने शिकायत पत्र दे दिया है और पुलिस वहां पर मूकदर्शक बनीं हुई है। हमारी गाड़ी खड़ी थी और हमलोग बैठे हुए थे। जैसे ही हम पानी पीने के लिए गिलास उठाये, तब तक 15, 20 लोग लाठी डंडा लिए हुए, गाली देते हुए चले आये। पुलिस के सामने जय श्री राम बोलकर मार पीट करने लगे। ये सबकुछ कल पुलिस के सामने हुआ और पुलिस मूकदर्शक बन कर खड़ीं रही।”
ओपी राजभर ने आगे कहा, “हमला करने वाले लोग कह रहे थे कि अभी हम लोग पूरे जिले के ठाकुरों को जुटाएंगे और सबको यहीं पर मार कर सुला देंगे। ये पुलिस के सामने की बात है। इस सरकार और पुलिस से हमलोग क्या न्याय की उम्मीद करें। कोई भी जांच कर ले, अगर हमारे तरफ का कोई भी व्यक्ति दोषी निकल जाए तो हम विधानसभा से इस्तीफा दे देंगे। पूरे प्रदेश में ठाकुर बिरादरी के लोगों का मनोबल बढ़ गया है। पुलिस भी उनकी गुलाम बन गई है, क्योंकि मुख्यमंत्री ठाकुर बिरादरी के हैं तो ठाकुर लोग खुद को भी मुख्यमंत्री समझ रहें।”
ओम प्रकश राजभर ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर 24 घंटे में उनपर हमला करने वालों पर कार्रवाई नहीं होती और गिरफ़्तारी नहीं होती, तो वो 25वें घंटे से अनशन पर बैठेंगे। ओम प्रकाश राजभर पर हुए हमले को लेकर अपना दल (सोनेलाल) के नेता और योगी सरकार में मंत्री आशीष पटेल ने मंगलवार को कहा कि उन्हें अभी हमले की जानकारी नहीं है।