उत्तर प्रदेश के बलिया से भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह अक्सर अपने बयानों की वजह से चर्चा में रहते हैं। इस बार उन्होंने राम मंदिर निर्माण को लेकर बयान दिया है। कहा कि संविधान से बड़ा भगवान होता है। मोदी पीएम और योगी सीएम बन गए हैं, इसके बावजूद भगवान राम टेंट में हैं! यह दुर्भाग्य की बात है। उन्होंने कहा, “मोदी जी जैसा महान प्रधानमंत्री हो, वो भी हिंदुत्ववादी और योगी जी जैसा महान हिंदुत्ववादी मुख्यमंत्री हो, उस समय भी भगवान राम टेंट में रहें, इससे बड़ा दुर्भाग्य भारत और हिंदू समाज के लिए नहीं होने वाला है। ऐसी परिस्थिति बनाई जानी चाहिए कि राम मंदिर अयोध्या में बनें।”
भाजपा विधायक ने आगे कहा, “नया विधेयक लाकर के मंदिर का निर्माण होना चाहिए। संविधान से बड़ा भगवान होता है। विधायक होते हुए भी हम स्पष्ट रूप से कह रहे हैं कि भगवान संविधान से परे की चीज हैं। आस्था की चीज हैं। उसपे तनिक भी विलंब नहीं होना चाहिए। भगवान राम का मंदिर बनना चाहिए।” इससे पहले भी सुरेंद्र सिंह अपने बयानों की वजह से चर्चा में रहे हैं। उन्होंने आम लोगों से कहा था, “अगर कोई अपसे घूस मांगे तो उसे घूंसा दो और तब भी न माने तो जूता दो। कोई भी कर्मचारी या अधिकार आपसे रिश्वत मांगता है तो उसकी आवाज रिकाॅर्ड कर लें और मेरे सामने प्रस्तुत करें।” सरकारी अधिकारियों को लेकर विवादित बयान देते हुए उन्होंने कहा था, “अधिकारियों से अच्छा चरित्र वेश्याओं का होता है। वे पैसा लेकर कम से काम तो करती हैं। अधिकारी पैसे लेकर काम करेंगे, इसकी गारंटी नहीं होती है।”
Naya vidheyak lakar ke…savidhan se bada Bhagwan hota hai. Vidhayak hote huye bhi hum spasht roop se kehe hain ki Bhagwan samvidhan se pare ki cheez hai, aastha ki cheez hai. Uspe tanik bhi vilamb nahi hona chahiye, Bhagwan Ram ka mandir ban’na chahiye: Surendra Singh,BJP(17.11) pic.twitter.com/AqIY3lGm0V
— ANI UP (@ANINewsUP) November 17, 2018
वहीं, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सांसद सुब्रहमण्यम स्वामी ने शनिवार (17 नवंबर) को कहा कि इस देश में कोई ताकत अयोध्या में राम मंदिर बनने से नहीं रोक सकती। इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने अपने निर्णय में मनमानी की, जो एक हिस्सा उन्होंने मुस्लिमों को दे दिया। हमारा देश ऐतिहासिक मोड़ पर है जो राष्ट्र निर्माण का मोड़ है। राम राष्ट्रीय भगवान हैं। विश्व हिंदू परिषद के संस्थापक अशोक सिंहल की पुण्यतिथि पर काशी हिंदू विश्वविद्यालय के स्वतंत्रता भवन में आयोजित तीसरे व्याख्यान माला में सुब्रहमण्यम स्वामी ने कहा, “अशोक सिंघल जी ने ही मुझे रामसेतु पर याचिका दायर करने के लिए कहा था। वह एक ऋषि थे, जिस तरह उनसे प्रेरणा मिलती थी।”
उन्होंने कहा कि श्रीलंका के प्रधानमंत्री ने माना है कि अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर बनने से श्रीलंका में पर्यटन बढ़ने की संभावना रहेगी। श्रीलंका की सरकार रावण के महल, अशोक वाटिका को राष्ट्रीय धरोहर घोषित करने की संभावना पर विचार कर रही है। स्वामी ने कहा, “सब संपत्ति के लिए लड़ रहे हैं। मैं अपनी आस्था के लिए लड़ रहा हूं। मैं अनुच्छेद 25 के तहत अपने मूलभूत अधिकारों के लिए लड़ रहा हूं, लेकिन कांग्रेस हमारी तारीख ही लगने नहीं देती है। हमारे मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की जाती है और प्राण प्रतिष्ठा के बाद मंदिर सदा मंदिर ही रहता है। रामजन्मभूमि पर सरकार कानून भी बना सकती है।” (एजेंसी इनपुट के साथ)