अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में तिरंगा यात्रा निकालने पर प्रशासन की तरफ से मिले नोटिस पर यूपी भाजपा विधायक ने एतराज जताया है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में रोजाना किसी ना किसी मुद्दे पर कार्यक्रम होते रहे हैं। ऐसे में तिरंगा यात्रा निकालने पर क्या बुराई है। दरअसल यूनिवर्सिटी प्रशासन का कहना है कि छात्रों ने बिना अनुमति तिरंगा यात्रा निकाली और इससे यूनिवर्सिटी के शिक्षण और सीखने के माहौल में परेशानी पैदा करती है। इस कारण उन छात्रों को नोटिस भेजा गया जिन्होंने बिना अनुमति तिरंगा यात्रा निकाली। जिन लोगों को नोटिस भेजा गया उनमें भाजपा विधायक दलबीर सिंह के भतीजे भी शामिल हैं।

प्रशासन की तरफ से भतीजे के खिलाफ नोटिज जारी होने पर विधायक ने नराजगी जाहिर की है। उन्होंने गुरुवार (24 जनवरी, 2019) को इस बाबत न्यूज एजेंसी एएनआई के जरिए अपना विरोध जताते हुए कहा, ‘भतीजे के खिलाफ नोटिस जारी किया गया, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। वहां विभिन्न मुद्दों पर रोजाना रैली और कार्यक्रम आयोजित होते रहे हैं। एक कार्यक्रम में अफजल गुरु के समर्थन में भी आयोजित किया गया। तब तिरंगा यात्रा निकालने में क्या बुराई है।’ अफजल गुरु को संसद भवन पर हमले के दोष में फांसी की सजा दी गई थी।

बता दें कि एएमयू में तिरंगा यात्रा निकालने वाले छात्रों को प्रशासन ने कारण बताओ नोटिस भेजा। नोटिस में लिखा गया है कि तिरंगा यात्रा के लिए छात्रों ने प्रशासन से अनुमति नहीं ली। यह भी कहा गया कि रैली यूनिवर्सिटी के शिक्षण और सीखने के माहौल में परेशानी पैदा करती है। गौरतलब है कि प्रशासन ने छात्रों से 24 घंटे के भीतर स्पष्टीकरण देने के कहा है। ऐसा नहीं करने की सूरत उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।

आयोजकों में से एक अजय सिंह ने कहा कि उन्होंने रैली के आवेदन किया था। प्रशासन ने उनके आवेदन को ना तो स्वीकार किया और ना ही इसे रद्द किया। उन्होंने कहा, ‘ऐसा पहली बार नहीं है जब उनके निवेदन को रद्द कर दिया गया। इसके पहले भी हमने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर कैंडल मार्च निकालने की अनुमति मांगी थी। मगर प्रशासन ने इसकी अनुमति नहीं थी।’

वहीं मामले में एएमयू के प्रॉक्टर का कहना है कि प्रशासन की तरफ से तिरंगा यात्रा को लेकर नोटिस जारी नहीं किया। उन्होंने कहा, हमने छात्रों को एक नोटिस जारी किया, क्योंकि कक्षाएं चल रही थीं और रैलियों से गड़बड़ी हो सकती थी। उन्होंने रैली के लिए अनुमति मांगी हमने इनकार कर दिया। बिना अनुमति के रैली निकालने पर हमने उन्हें नोटिस जारी किया।