बनारस हिंदू विश्वविद्यालय की एक नर्सिंग छात्रा ने चीफ प्रॉक्टर रोयना सिंह के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। अपनी शिकायत में छात्रा ने कहा कि पिछले सप्ताह एक प्रदर्शन के दौरान प्रॉक्टर ने उसे कई थप्पड़ मारे, जिसकी वजह से उसकी कान का पर्दा फट गया। पीडि़त छात्रा का नाम मंजू कुमारी है, जो विश्वविद्यालय के इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल सायंस के अंतर्गत स्कूल ऑफ नर्सिंग की बीएससी थर्ड इयर में पढ़ती है। उसने लंका पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई गई अपनी शिकायत में कहा है कि एक डॉक्टर ने उसे बताया कि उसके कान का पर्दा फट गया है। वहीं, प्रॉक्टर सिंह ने भी उसी थाने में एक काउंटर शिकायत दर्ज करवाई है। उन्होंने अपनी शिकायत में 29 नवंबर को प्रदर्शन पर बैठी मंजू या किसी अन्य छात्रों पर हमले से इंकार किया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इंडियन नर्सिंग काउंसिल द्वारा 2015 के बाद शिक्षकों की कमी और अन्य कारणों का हवाला देते हुए बैचलर कोर्स की मान्यता को रद्द करने का फैसला किया गया था। लेकिन पांच दशक पुराने संस्थान उत्तर प्रदेश नर्सिंग स्कूल के छात्रों को इस फैसले के बारे में हाल में ही जानकारी हुई क्योंकि आईएमएस द्वारा इस सूचना का प्रचार नहीं किया गया था। इससे 260 नर्सिंस स्टूडेंट के भविष्य पर ग्रहण लग गया। इसके बाद छात्र-छात्राएं बीते बुधवार को बीएचयू के वाइस-चांसलर राकेश भटनागर और आईएमएस के डॉयरेक्टर वीके शुक्ला से मिले, लेकिन उन्हें किसी तरह का आश्वासन नहीं मिला। इसके बाद सभी ने गुरुवार को विश्वविद्यालय गेट पर धरना पर बैठने का फैसला किया। हालांकि, गुरुवार की रात वीसी द्वारा आश्वासन के बाद धरना को समाप्त किया गया।
मंजू ने प्रॉक्टर पर धरने पर बैठे लोगों के साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया है। शनिवार की दोपहर उसने अपने लिखित शिकायत में कहा, “रोयना सिंह अपने सुरक्षाकर्मियों के साथ विश्वविद्यालय गेट पर पहुंचे और धरने पर बैठे लोगों (छात्र-छात्राओं) को हाथों व पैरों से मारने लगे। इस दौरान एक सहपाठी ने बताया कि मेरी कान से खून निकल रहा है। मुझे सुनने में भी समस्या आ रही थी। लेकिन मैंने उस समय इसे अनदेखा कर दिया। शनिवार को मेरे कान में तेज दर्द हो रहा था। मेरे दोस्त मुझे अस्पताल लेकर गए जहां डॉक्टर ने चेकअप के बाद कहा कि कान का पर्दा फट गया है।” पुलिस के समक्ष लिखित शिकायत में मंजू ने डॉक्टर द्वारा दी गई रिपोर्ट की कॉपी भी दी।
करीब एक घंटे के बाद प्रॉक्टर सिंह ने भी मंजू व अन्य चार नर्सिंग स्टूडेंट रीना मौर्या, शिखा सिंह, अभिषेक सिंह और शशिकांत पांडेय के खिलाफ पुलिस शिकायत की। इन सभी के ऊपर सुरक्षागार्ड पर हमला करने और कुछ छात्रों को सेमेस्टर परीक्षा में शामिल होने से रोकने का आरोप लगाया। सिंह ने मंजू के आरोप को भी खारिज करते हुए कहा कि हमने गेट पर स्टूडेंट को सिर्फ हटाने का प्रयास किया। किसी तरह का हमला नहीं किया।