बीएचयू में इफ्तार को लेकर बवाल जारी है। इस इफ्तार पार्टी के विरोध में कुछ छात्र लगातार विरोध जता रहे हैं। छात्र लगातार बीएचयू वीसी का विरोध कर रहे हैं। इसी क्रम में उनके आवास के बाहर शनिवार को भगवान हनुमान का ध्वज लगा दिया गया। वहीं एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने हनुमान चालीसा विवाद को हवा देने के लिए संबंधित नेताओं की आलोचना की है।
बीचएयू में विरोध- बीएचयू में इफ्तार के विरोध में एक छात्र ने कुलपति के आवास के बाहर अपना सिर मुंडवा लिया। छात्रों ने कहा कि जब तक वीसी माफी नहीं मांगते तब तक आंदोलन जारी रहेगा। छात्रों ने गंगाजल का छिड़काव कर वीसी के आवास को शुद्ध करने का दावा भी किया है। उन्होंने दीवारों पर आपत्तिजनक नारे लगाने वालों की गिरफ्तारी की भी मांग की।
विरोध के इसी क्रम में शनिवार को छात्र हनुमान जी का ध्वज लेकर वीसी आवास पहुंच गए। जहां उन्होंने उसे वहीं फहरा दिया। इसे लेकर बीएचयू प्रशासन और छात्रों के बीच तकरार भी हुई। एक छात्र ने कहा- “बीएचयू के वीसी साहब ने 100 साल से ज्यादा के इतिहास में जो कभी नहीं हुआ था, यहां पर इफ्तार पार्टी दिए थे, जिसके विरोध में हमलोगों ने हनुमान चालीसा का पाठ कराया था। उनका आवास गंगाजल से धोया था और आज उसी क्रम में हमलोगों ने हनुमान जी का ध्वज लगाया।”
वहीं बीएचयू प्रशासन का कहना है कि इफ्तार महिला कॉलेज की परंपरा रही है और इसे महामारी के कारण दो साल के लिए निलंबित कर दिया गया था। जिसका आयोजन इस साल किया गया।
शरद पवार- राकांपा प्रमुख शरद पवार ने शनिवार को कहा कि देश में बेरोजगारी और महंगाई जैसे बुनियादी मुद्दों को जाति और धर्म के नाम पर दबाया जा रहा है। उन्होंने कहा- “हमने काफी समय से देखा है कि जाति और धर्म के नाम पर देश को पीछे ले जाने की कोशिश की जा रही है। आज लोगों से जुड़े बुनियादी मुद्दे क्या हैं? महंगाई है, बेरोजगारी है… लेकिन कोई इस पर बात नहीं कर रहा है।”
बिना नाम लिए राज ठाकरे की आगामी रैली का जिक्र करते हुए शरद पवार ने मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने की उनकी मांग पर कटाक्ष किया और पूछा कि क्या इन मांगों से बेरोजगारी का समाधान होगा।