बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के परिसर में बीते 24 सितंबर को कला संकाय और मेडिकल छात्रों के बीच मारपीट के बाद जमकर पत्थर चलाए गए थे। इस दौरान आगजनी की घटना भी हुई थी। इस घटना के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने हॉस्टल को खाली करवा लिया था। बंद हॉस्टल के ताले रविवार (14 अक्टूबर) को खोल दिए गए। ताले खुलते ही बड़ी संख्या में छात्र अपने सामान के साथ पहुंच गए। बता दें कि इस साल अप्रैल से अब तक बीएचयू 11 बार सुलग चुका है। जिसमें पांच बार तो सितंबर के महीने में ही माहौल हिंसक हुआ है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, विश्वविद्यालय प्रशासन ने कला संकाय और मेडिकल छात्रों को नए सिरे से छात्रावास के आवंटन का फैसला किया है। छात्रावास के आवंटन के लिए छात्रों को एक फॉर्म दिया जा रहा है। इस फॉर्म में छात्र के साथ ही अभिभावकों को भी शपथ पत्र और चरित्र प्रमाण पत्र देना होगा। इसके अलावा फॉर्म में घर का पता, मोबाइल नंबर आदि के बारे में भी पूरा ब्यौरा देना होगा। कला संकाय और मेडिकल छात्रों की कक्षाएं भी 15 अक्टूबर से शुरू होने वाली हैं। लेकिन दोनों विभागों के कुल 13 छात्रों की शिनाख्त की गई है जिन्हें कमरा नहीं दिया जाएगा। इन छात्रों पर फैसला स्टैंडिग कमिटी की सिफारिश के आधार पर किया जाएगा।
वैसे बता दें कि सर सुंदरलाल अस्पताल में 24 सितंबर को फीमेल सर्जरी वार्ड में एक महिला के परिजन और रेजिडेंट डॉक्टरों के बीच मारपीट हुई थी। इस मारपीट के बाद ही परिसर का माहौल बिगड़ गया था। कला संकाय और मेडिकल छात्रों के बीच पूरी रात कई बार मारपीट हुई। बताया जाता है कि आगजनी के साथ ही पेट्रोल बम भी फेंके गए थे।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस फसाद के बाद 25 सितंबर से 28 सितंबर तक विश्वविद्यालय को बंद करने का फैसला लिया था। जबकि कला संकाय और मेडिकल छात्रों से हॉस्टल को खाली करवा लिया गया था। घटना के बाद कुछ छात्र तो 25 सितंबर को ही घर चले गए। बाकी छात्रों से 26 सितंबर की दोपहर तक छात्रावास खाली करवा लिया गया। खाली होने वाले छात्रावासों में बिरला छात्रावास, धनवंतरि, रूईया मेडिकल, सुश्रुत छात्रावास आदि शामिल हैं।
बीएचयू प्रशासन इस बार एहतियातन कई कड़े फैसले ले रहा है। अब विश्वविद्यालय प्रशासन छात्र के परिवार के बारे में भी जानकारी जुटाएगा। छात्र के साथ ही उनके परिवार के प्रमुख सदस्यों के बारे में भी जानकारी ली जाएगी। वहीं समय-समय पर परिवार के सदस्यों से संपर्क करने के अलावा हर महीने छात्रों-अभिभावकों संग बैठक भी करवाने की योजना है।