कुछ दिन पहले ही यूपी के कुशीनगर जिले में एक मुस्लिम बीजेपी समर्थक की हत्या कर दी गई थी। मुस्लिम बीजेपी समर्थक बाबर अली ने बीजेपी की जीत पर मिठाई बांटा था और उसके इस कृत्य से उसके पड़ोसी नाराज चल रहे थे। बाद में उसके पड़ोसियों ने उस पर हमला किया और उसे छत से उठाकर नीचे फेंक दिया, जिससे उसकी मृत्यु हो गई। पिछले कुछ दिनों में ऐसी कई घटनाएं सामने आई है जहां पर कुछ मुस्लिमों को बीजेपी का समर्थन करने पर धमकियां दी गई हैं। इसी मुद्दे पर एक राष्ट्रीय चैनल पर बहस चल रही थी।
इस बहस पर कई दलों के नेता भी मौजूद थे। साथ ही जनता भी मौजूद थी। इस बहस पर मुस्लिम धर्मगुरु ने कहा कि, “अगर हम इस पर बहस करेंगे कि हिंदू को मार दिया ,क्यों मार दिया? मुस्लिम को मार दिया, क्यों मार दिया तो यह नफरत फैलाने वाली बात हुई। किसी भी हत्या को जायज नहीं ठहराना चाहिए और मैं तो कहता हूं कि किसी की आजादी छीनने वालों को फांसी होनी चाहिए। हमारे देश का संविधान पाक साफ है। कोई किसी को भी किसी पार्टी को वोट देने के लिए मजबूर नहीं कर सकता।”
मुस्लिम धर्मगुरु के इस बयान पर बीजेपी नेता ने कहा कि, “बाबर अली की हत्या को जायज ठहराने का काम समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकउर रहमान बर्क ने किया।” बीजेपी नेता के बयान पर मुस्लिम धर्मगुरु ने कहा कि मैं समाजवादी पार्टी का प्रवक्ता नहीं हूं, मैं मुस्लिम समाज का प्रवक्ता हूं। मुस्लिम धर्मगुरु के इस जवाब पर बीजेपी नेता ने कहा कि, “आप इंसानियत के प्रवक्ता बन जाइए। जितना बाबर की मौत पर रोइए उतना ही अखलाक की मौत पर रोइए।”
वहीं बहस पर मौजूद एक अन्य पैनलिस्ट ने कहा कि, “पिछले 7 सालों में नफरत बोई गई है। कभी जिहाद ले आते हैं, कभी हिजाब ले आते हैं। चाहे बाबर की हत्या हो, अखलाक की हत्या हो या किसी हिंदू की हत्या हो। हत्या, हत्या होती है और हत्या करने वाला आतंकवादी होता है। बात गरीबी और पेट्रोल की होनी चाहिए लेकिन बात हिंदू मुसलमान पर होती है।”
बता दें कि बाबर की मौत पर सीएम योगी ने अधिकारियों को अपराधियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही बाबर के परिजनों को 2 लाख रुपए की आर्थिक मदद भी सरकार की ओर से दी गई है।