उत्‍तर प्रदेश के बस्‍ती में अजीबोगरीब मामला सामना आया है, जहां हर्रैया ब्लॉक के छपिया शुक्ल गांव में रजवाहा नहर की खुदाई के दौरान न्यायिक अधिकारी का हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला। न्यायिक अधिकारी एडीजे मनोज शुक्ला खुदाई के विरोध में जेसीबी के सामने रात भर लेटे रहे। इसको लेकर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए तंज कसा है।

जिला प्रशासन मनोज शुक्ला को मनाने की कोशिश करते रहे लेकिन रात भर बिना खाए-पिए एडीजे जेसीबी के सामने लेटे रहे। न्यायिक अधिकारी के धरने पर बैठने की सूचना मिलते ही प्रशासनिक अधिकारी और कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गई थी और उनको मनाने की कोशिशें की जा रही थीं। रात भर चले हाई वोल्टेज के बाद मनोज शुक्ला आखिरकार गुरुवार दोपहर धरने से हटे। न्यायिक अधिकारी एडीजे मनोज शुक्ला सुल्तानपुर जिले में तैनात हैं।

अखिलेश यादव ने कसा तंज

जेसीबी के सामने लेटे हुए शुक्ला की तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। अखिलेश यादव ने इसी तस्वीर को शेयर करते हुए तंज किया, “उप्र में हो रहे अन्याय के ख़िलाफ अपर ज़िला जज मनोज कुमार शुक्ला के मामले का तुरंत न्यायिक संज्ञान लिया जाए। जब न्यायालय से जुड़े व्यक्तियों के साथ ऐसा हो रहा है तो आम जनता के साथ क्या होगा। ये बदहाल कानून-व्यवस्था का निकृष्टतम उदाहरण है। जनता को जस्टिस चाहिए जेसीबी नहीं!”

क्या है पूरा मामला?

रजवाहा नहर करीब 28 किमी बनकर तैयार हो गई है और छपिया शुक्ल गांव में थोड़ी-सी जमीन की खुदाई अधूरी रह गई थी। जानकारी के मुताबिक, तहसील प्रशासन और नहर विभाग के अधिकारी बुधवार को जेसीबी मशीन छपिया शुक्ल गांव पहुंचे तो न्यायिक अधिकारी मनोज शुक्ला के परिजन ने विरोध जताया और खुदाई से रोकने की कोशिश की। लेकिन मंयक को पुलिस ने हिरासत में ले लिया और वहां पर जेसीबी से खुदाई शुरू कर दी गई। इसकी जानकारी जब मनोज शुक्ला को हुई तो वे तुरंत अपने गांव पहुंचे और जेसीबी के सामने लेट कर ठेकेदार को खुदाई करने से रोकने लगे।