“जहां-जहां हमारे रिश्ते थे, वो कायम ही रहें तो अच्छा है। इसमें उनका भी भला और हमारा भी।” जेल से बाहर आने के बाद समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खान ने इशारों में अखिलेश यादव और मुलायम सिंह यादव को लेकर अपने दिल की बात कह दी। उन्होंने सोमवार (6 जून, 2022) को रामपुर लोकसभा सीट पर उपचुनाव के लिए सपा प्रत्याशी के नाम का ऐलान किया। इस दौरान अपने समर्थकों के साथ मुलाकात के दौरान उनका दुख छलक पड़ा।
उन्होंने सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि आपकी सरकार तो बन गई थी, ब्यूरोक्रेसी में आपको यकीन था और जिन बंगलों में हम रहते थे उनकी साफ-सफाई और रंगाई-पुताई भी शुरू हो गई थी, लेकिन सरकार क्यों नहीं बनी यह एक अलग बहस का मुद्दा है।
आजम खान ने कहा कि विधानसभा चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन को लेकर उन बड़े नेताओं से बात करनी है, जिनके पास बड़ी जिम्मेदारी थी। जहां-जहां कमी रह गई, उन कमियों पर भी नजर ड़ालनी है। इसके साथ ही, आजम ने जेल में बिताए अपने दिनों का दर्ज बयां करते हुए कहा कि हम और हमारा परिवार जिस जेल में बंद था, उसे खुदकुशी की जेल कहा जाता है और वह हिंदुस्तान की मशहूर जेल है।
उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को लगा होगा कि तीन में से कोई एक तो कमजोर पड़ेगा और जब एक अपनी जान देगा तो बाकी भी अपनी जान दे देंगे और सारी कहानी मिट जाएगी।
आजम ने तोपखाना रोड स्थित सपा कार्यालय में रामपुर सीट के लिए उम्मीदवार के नाम की घोषणा की। 27 महीने जेल में बंद रहे आजम खान करीब ढाई साल बाद यहां पहुंचे। उन्होंने कहा कि जेल की जिस कोठरी में उनको रखा गया था, वह कब्र से बस थोड़ी ही बड़ी थी। उन्होंने कहा कि एक घंटा एक साल और एक साल एक सदी के बराबर लगता था। लगता था कि कब रात होगी और जब रात होती थी तो दिन का इंतजार होता था, लेकिन हमने हिम्मत नहीं हारी, क्योंकि पता था कि मेरा मालिक मेरे साथ है।